घाटोटांड़ : सीसीएल की झारखंड उत्खनन परियोजना के मजदूर कॉलोनियों सहित ऑफिसर्स कॉलोनी में पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. झारखंड 15 नंबर कॉलोनी में पिछले एक सप्ताह से जलापूर्ति बाधित है. परियोजना का एकलौता डीप बोर का समरसेबल मोटर भी तीन दिन पहले जल गया. इससे पानी की समस्या और जटिल हो गयी है. कॉलोनी में जलापूर्ति के लिए खदान से पाइप द्वारा पानी फिल्टर प्लांट के टंकी में आता है. यहां से पानी को फिल्टर कर कॉलोनियों में भेजा जाता है. खदान से फिल्टर प्लांट टंकी तक आने वाला पाइप रास्ते में कहीं टूट गया है.
इसके कारण पानी टंकी में नहीं पहुंच पा रहा. ऐसे में प्रबंधन डीप बोर के पानी को थोड़ा- थोड़ा कर कॉलोनी में काम चलाने के लिए सप्लाई कर रहा था. ज्यादा लोड के कारण इसका मोटर तीन दिन पहले जल गया. एक साथ पानी के दोनों स्रोत के ठप हो जाने से प्रबंधन की परेशानी बढ़ गयी है. फिलहाल प्रबंधन वाटर टैंकर से पानी खदान से लाकर टंकी में जमा करा कर कॉलोनी में सप्लाई कर रही है.
परंतु यह व्यवस्था नाकाफी है. जानकारों के मुताबिक इस व्यवस्था से कॉलोनी में कुल जरूरत का मात्र पांच से 10 प्रतिशत तक ही पानी सप्लाई हो पा रहा है. इसके कारण कॉलोनी में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. खदान से फिल्टर प्लांट की दूरी करीब दो किमी है.
लोकल सेल के ट्रकों के कारण अक्सर सड़क जाम रहता है. इसके कारण टैंकर से पर्याप्त पानी टंकी तक नहीं पहुंचाया जा पा रहा है. वहीं पाइप खदान के 16 नंबर कोल डिप्पू व आउटसोर्सिंग कंपनी एएमआर के ओबी डंप के हॉल रोड के बीच कहीं टूट गया है. पाइप करीब तीस फीट जमीन के नीचे दबे होने के कारण जांच कर पाइप बदलने में परेशानी हो रही है. हालांकि प्रबंधन जांच में जुटी हुई है. परंतु अभी तक प्रबंधन को सफलता हाथ नहीं लगी है.