भुरकुंडा : मदनाटांड़ बलकुदरा के ग्रामीणों ने रैयत विस्थापित मोरचा के नेतृत्व में सोमवार को स्थानीय सीसीएल कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान जम कर नारेबाजी की. लोग पेयजल नहीं मिलने से आक्रोशित थे. लोगों ने कहा कि दो महीने पूर्व पानी के लिए विस्थापित मोरचा द्वारा बलकुदरा खदान का कामकाज ठप कर दिया गया था. तब प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि एक महीने के भीतर लोगों को नियमित पानी पहुंचाने की व्यवस्था कर दी जायेगी.
लेकिन प्रबंधन द्वारा इस दिशा में कोई काम नहीं किया गया. प्रबंधन की इस वादाखिलाफी के कारण ही लोग आंदोलन को बाध्य हुए हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि खदान में होनेवाले हेवी ब्लास्टिंग के कारण मदनाटांड़ सहित आसपास के क्षेत्र के कुएं व चापानल का पानी सूख गया है. गरमी में लोग भयंकर जल संकट से जूझ रहे हैं. मजबूरी में दैनिक कार्यों के लिए लोगों को दूषित नलकारी नदी पर निर्भर रहना पड़ रहा है. इसे लेकर त्रिपक्षीय वार्ता हुई. इसमें प्रबंधन ने कहा कि जल्द ही ग्रामीणों की मांग को पूरा कर दिया जायेगा.
इधर, मोरचा ने चेतावनी देते हुए कहा कि दो-तीन दिनों में पानी की समस्या दूर नहीं हुई, तो खदान का कामकाज ठप कर दिया जायेगा. वार्ता में प्रभारी पीओ केएम शर्मा, बासल थाना प्रभारी विष्णु देव चौधरी, नागेश राव, वीके सिंह, वीके चौधरी, मोरचा के वीरेंद्र मांझी, छोटेलाल मुर्मू, महावीर हांसदा, चैता सोरेन, मनोज मांझी व अन्य शामिल थे. आंदोलन में दिनेश मुर्मू, सुकरमुनी देवी, बसंती हेंब्रम, सरस्वती देवी, सरिता देवी, सुनीता देवी, सावित्री देवी, बसंती कुमारी, मानती देवी, बसंती मुर्मू, वीरमुनी कुमारी समेत कई ग्रामीण शामिल थे.