कुरमी महासभा का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न, चंद्रप्रकाश ने कहा
रामगढ़ : शिक्षित बनो, जागरूक बनो और संगठित हो इसी से समाज आगे बढ़ेगा. उक्त बातें पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक चंद्रप्रकाश चौधरी ने दो दिवसीय कुरमी महासभा के प्रांतीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही. समारोह 30 दिसंबर को गुरुनानक ऑडीटोरियम में हुआ.
उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक व सांस्कृतिक विकास से अग्रणी किया जा सकता है. राष्ट्रीय अध्यक्ष एलपी पटेल ने कहा कि सामाजिक विकास के लिए प्रांतीयवाद से बाहर निकल कर बेटी-रोटी का रिश्ता जोड़ना होगा.
इससे पूरे देश में फैला हमारा समाज आपस में जुड़ेगा. सम्मेलन को विधायक जगरनाथ महतो, पूर्व मंत्री छत्रु महतो, राष्ट्रीय महामंत्री आरपी चौधरी, राजाराम महतो, चंद्रशेखर चौधरी, शिवलाल महतो, ब्रजकिशोर गांधी, कारीनाथ महतो आदि ने संबोधित किया.
देश की विभिन्न राज्यों से जुटे प्रतिनिधि : सम्मेलन में झारखंड के अलावा असम, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़िशा आदि राज्यों के एक हजार से अधिक प्रतिनिधि शिरकत किया.
मौके पर युवा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुनील कुमार कश्यप, भुनेश्वर महतो, युवा जिला अध्यक्ष अजय चित्र, अनाम ओहदार, जीवन महतो, रामेश्वर महतो, राजाराम महतो, मोतीलाल महतो, शांति महतो, संगीता देवी, रीता देवी, खुदीराम महतो, भीम महतो, रांची जिलाध्यक्ष मोहन महतो, हजारीबाग जिलाध्यक्ष कमेश्वर महतो, सेवालाल महतो, रामटहल महतो, कौलेश्वर महतो, सत्येंद्र कुमार चौधरी, ठाकुर दास महतो, डॉ मंजू वर्मा, मुखिया अर्चना महतो, शीतल ओहदार, डॉ रुद्र नारायण महतो, जगत महतो, दामोदर महतो, मनोज महतो, द्वारिका महतो, राजेंद्र महतो सहित काफी संख्या में महिला-पुरुष उपस्थित थे.
सम्मेलन में 12 प्रस्ताव पारित किये गये : सम्मेलन में 12 प्रस्ताव पारित किये गये. इसमें झारखंड के मूलवासी कुरमी/ कुडमी समुदाय को अनुसूचित जनजाति में सूची बद्ध करने, कृषि को उद्योग का दर्जा देने, समाज में उच्च व तकनीकी शिक्षा पर जोर देने, शादी विवाह में दहेज पर अंकुश लगाने, आदर्श सामूहिक विवाह का आयोजन करने, श्रद्ध कर्मकांड में फिजूल खर्ची को समाप्त करने आदि का प्रस्ताव पारित किया गया.