गिद्दी (हजारीबाग) : आदिवासी समाज के रैयतों ने रैलीगढ़ा फुटबॉल मैदान में शनिवार को सरना झंडा गाड़ा और जमीन पर अपना कब्जा जमाया. उनलोगों ने फुटबॉल मैदान के चारों ओर बन रही गैलरी को भी तोड़ दिया.
इससे इस माह मैदान में होने वाले ग्रामीण फुटबॉल प्रतियोगिता के मैच पर ग्रहण लग गया है. इस जमीन को लेकर न्यायालय में मामला चल रहा है. आदिवासी समाज के रैयत ने कहा कि यह जमीन हमारे पूर्वजों की है. इस मैदान पर अब खेल होने नहीं देंगे और न ही किसी को उपयोग करने देंगे.
जानकारी के अनुसार, आदिवासी समाज के रैयत दिन के 10 बजे रैलीगढ़ा मैदान पहुंचे और सबसे पहले गैलरी को तोड़ दिया. इसके बाद मैदान के बीच में सरना झंडा गाड़ दिया.
चार एकड़ रैयती जमीन है : आदिवासी समाज के रैयत संतोष करमाली ने कहा कि खाता नंबर 24, प्लांट नंबर 690, 692, 693, 694, 695, 696, 697, 699, 702 व 705 के अंतर्गत चार एकड़ 93 डिसमिल रैयती जमीन है. यह जमीन हमारे पूर्वज स्व रूंगटू करमाली के नाम से दर्ज है.
उन्होंने कहा कि इस जमीन को लेकर न्यायालय में मामला चल रहा है. इसकी जानकारी कोलियरी प्रबंधन को है. इसके बाद भी गैलरी का निर्माण प्रबंधन द्वारा कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए हमने मैदान में सरना झंडा गाड़ने का निर्णय लिया. संतोष करमाली ने कहा कि रैलीगढ़ा फुटबॉल मैदान के अलावा बाजार टांड़ व हाई स्कूल की जमीन भी हमारी है.
हजारीबाग एसडीओ ने कहा कि मामला न्यायालय में चल रहा है, तो मैदान में किसी को सरना झंडा व गैलरी का निर्माण नहीं करना चाहिए था. इसकी जांच कर अविलंब उचित कदम उठायेंगे.
झंडा गाड़ने के दौरान शंकर करमाली, बिगा करमाली, सूरज करमाली, मिथुन करमाली, राजू करमाली, रामा करमाली, दीपक करमाली, टिंकू करमाली, शांति देवी, रेखा देवी, महावीर करमाली, गीता देवी, पैरो देवी, ललिता देवी, सरिता देवी, लक्ष्मी देवी, पिंकी कुमारी, बसंती देवी आदि उपस्थित थे.