भुरकुंडा : रक्षा बंधन का पर्व मंगलवार की रात से ही शुरू हो चुका था. यह बुधवार को दिन भर चला. बुधवार की सुबह मंदिरों में बड़ी संख्या में पूजा के लिए महिला श्रद्धालु पहुंची. सावन की अंतिम पूर्णिमा के अवसर पर घरों में पूजा व पाठ का भी आयोजन किया गया.
रक्षा बंधन को लेकर मिठाई की दुकानों पर बुधवार को भी काफी भीड़ दिखी. मंदिर में कीर्तन का भी आयोजन किया. सौंदा डी की वीणा कुमारी ने कहा कि भाई–बहन के प्रेम के प्रतीक यह त्योहार है. मुझे नहीं मालूम कि शुभ मुहूर्त क्या है. मैं सिर्फ इतना जानती हूं कि यह भाई–बहन के बीच प्रेम का प्रतीक है. यह हमेशा शुभ ही रहेगा.