मौके से वधू पक्ष के भी लोग फरार हो गये. इस संबंध में पहली पत्नी दीपमाला देवी ने कुजू ओपी में पुलिस को मामले की पूरी जानकारी दी. उन्होंने पुलिस को बताया कि उसका विवाह 2002 में भुरकुंडा भदानीनगर निवासी राजेश राव पिता (स्व शत्रुघ्न प्रसाद) से हुई थी. जिनसे उसे दो पुत्र भी हैं. पिछले 10 वर्षों से पति व उनके परिवार के सदस्यों के साथ अनबन चल रहा है.
जिसे लेकर वह पति से अलग होकर भुरकुंडा में ही क्वार्टर में रहती है. उन्होंने बताया कि दो वर्ष पूरा पति द्वारा कोर्ट में तलाक को लेकर अर्जी दायर किया गया. जबकि वह उनके साथ रहना चाहती है. दीपमाला ने कहा कि वे चुपके से मंदिर दूसरी शादी करने पहुंचे थे. लेकिन इसकी भनक लगते ही वह मंदिर परिसर पहुंच गयी. जहां अपनी आपबीती समिति के लोगों को बताया. बाद में समिति के लोगों ने शादी कराने पहुंचे भैसुर प्रमोद कुमार, गोतनी व दो भांजी को समिति के लोगों ने पकड़ कर ओपी लाया.