मेदिनीनगर : झारखंड के उग्रवाद ग्रस्त जिलों में पलामू शामिल है. इस इलाके में विकास की गति तेज कर नक्सलवाद के बढ़ते प्रभाव को रोका जायेगा. शासन का यह मानना है कि विकास की गति तेज होगी, तो नक्सलवाद की जड़ कमजोर होगी और धीरे-धीरे उनका सफाया होगा.
इस रणनीति पर काम किया जा रहा है. राज्य के मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने विकास की गति तेज करने ,विकास से जुड़े अधिकारी का सीधा संवाद आमलोगों से हो, क्षेत्र में पदाधिकारियों की उपस्थिति बढ़े, इस बात पर जोर दिया है. मुख्य सचिव श्री शर्मा ने सोमवार को पलामू प्रमंडलीय समीक्षा बैठक की.
इस दौरान उन्होंने कई निर्देश दिये. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पलामू उग्रवाद प्रभावित इलाका है. यहां कैसे विकास की गति तेज हो, इस पर चर्चा की गयी. सुरक्षा के साथ विकास पर सरकार का फोकस है. विकास के लिए पैसे की कमी नहीं है, जो राशि उपलब्ध है, उसका सदुपयोग करने की जरूरत है.
अफसरों को यह बताया गया है कि वह क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाये, अगले दो महीने का टास्क भी उन्हें दिया गया है. पुन: दो माह के बाद प्रमंडल स्तरीय बैठक होगी, जिसमें विकास की समीक्षा होगी. मुख्य सचिव श्री शर्मा ने कहा कि वर्तमान दौर में तकनीकी के बिना अपेक्षित विकास की कल्पना नहीं की जा सकती.
इ गवर्नेस को बेहतर करने को कहा गया है. प्रयास किया जा रहा है कि भूमि संबंधित जो भी मामले हैं, यथा खतिहान, होल्डिंग आदि सब कंप्यूटर के माध्यम से मिले. इस पर काम किया जा रहा है. विकास की गति बढ़ा कर नक्सलवाद पर काबू पाया जायेगा, इसके लिए कार्य-योजना तैयार की गयी है.