मनातू: पलामू का उग्रवाद प्रभावित प्रखंड मनातू खुले में शौच से मुक्त हो गया है. मनातू पलामू का दूसरा प्रखंड है, जो खुले में शौच से मुक्त हुआ है. इसके पूर्व पडवा खुले में शौच से मुक्त प्रखंड हुआ था. रविवार को मनातू प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में इस प्रखंड को खुले में शौच से मुक्त प्रखंड घोषित किया गया. इसे लेकर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त अमीत कुमार, पांकी विधायक देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह ने भाग लिया.
मौके पर उपायुक्त अमीत कुमार ने कहा कि मनातू जैसे सुदूरवर्ती इलाके को खुले में शौच से मुक्त बना है. यह न सिर्फ इस इलाके के लिए बल्कि पूरे पलामू के लिए गौरव की बात है. जिस तरह मनातू के लोगों ने स्वच्छता अभियान में अपनी सक्रियता दिखायी है, उससे यह पता चलता है कि यहां के लोग जागरूक व सजग है. इस तरह की सजगता विकास के लिए आवश्यक है. डीसी श्री कुमार ने कहा कि प्रथम चरण में पलामू के पडवा, सतबरवा व मनातू को खुले में शौच से मुक्त प्रखंड बनाने का लक्ष्य रखा गया था. पडवा व मनातू खुले में शौच से मुक्त प्रखंड हो गये है.
सतबरवा भी 15 अगस्त के बाद खुले में शौच से मुक्त प्रखंड बनेगा, इसे लेकर सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता को अपनाना जरूरी है. स्वच्छता न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बल्कि प्रगति के लिए भी आवश्यक है. सांसद प्रतिनिधि अमित तिवारी ने कहा कि मनातू के लोगों ने मोदी जी का सपना पूरा किया.
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त सुशांत गौरव, कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह, मनातू बीडीओ रविप्रकाश, पलामू जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष सह बंशीखुर्द के मुखिया उदय कुमार सिंह, मंझौली के मुखिया सचिंद्रजीत सिंह, रंगेया के मुखिया रामचन्द्र भुइयां, पदमा की मुखिया प्रमिला देवी, डुमरी के मुखिया विष्णुदेव सिंह, नवडीहा की मुखिया शांति देवी, चक की मुखिया दौलती देवी, स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक केके गुप्ता, कनक राज, प्रखंड समन्वयक रामाशंकर पांडेय, गणेश, अन्थोनी किशोर, छोटेलाल गुप्ता, जयकिशन, प्रधान सहायक अरविंद कुमार सिंह, सोशल मोबलाइजर दया निधि, पच्चू, चन्द्रेश्वर प्रसाद, मुकेश कुमार, पंकज कुमार, स्वीटी, पूनम, सभी पंचायत की जल सहिया मौजूद थी.
अभियान में सबकी भागीदारी जरूरी : बिट्टू सिंह
विधायक देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह ने कहा कि मनातू विकास के मामले में पीछे नहीं रहेगा. इस इलाके के विकास के लिए वह पूरी सक्रियता के साथ लगे हैं. आम लोगों ने स्वच्छता अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी निभायी, जिसके कारण मनातू को यह गौरव मिला है. मनातू पलामू का दूसरा प्रखंड बना है, जो खुले में शौच से मुक्त हुआ है. इस कार्य में प्रशासनिक भागीदारी के साथ साथ पंचायत प्रतिनिधि, स्थानीय लोगों ने भी बेहतर किया है. यही वजह है कि आज स्वच्छता अभियान में अपनी भूमिका निभाने के कारण मनातू की अलग छवि बनी है. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि जल्द ही पांकी विधानसभा क्षेत्र के लेस्लीगंज व पांकी प्रखंड भी खुले में शौच से मुक्त प्रखंड बने. इसके लिए सक्रियता के साथ काम होगा.
फैक्टशीट : मनातू में कुल सात पंचायत है, सात पंचायतों में 84 राजस्व गांव है. इन सभी पंचायतों में शौचालय का निर्माण स्वच्छ भारत मिशन के तहत किया गया था. इसमें बंशीखूर्द में 1137, मंझौली में 909, पदमा में 1026, रंगेया में 1015 नवडीहा में 1001, चक 911 और डुमरी में 1047 सहित 7046 लाभुकों का शौचालय निर्माण किया गया.