मांगों को लेकर सड़क पर उतरे मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोरचा के लोग
पाकुड़ : आठ सूत्री मांगों को लेकर बुधवार से आयोजित तीन दिवसीय सड़क जाम का असर जिले में जबरदस्त दिखा. मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोरचा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चक्का जाम जिले में असरदार रहा.
सुबह आठ बजे से ही मोरचा के जिला अध्यक्ष मानिकचंद्र राय, जिला सचिव बीरबल राय, हीरालाल राय, मिलन राय, कामेश्वर सिंह, ग्रेड हिम्मत सिंह, विनोद राय, संगीता देवी आदि के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भुईयां घटवाल जाति के लोग पारंपरिक हथियारों के साथ बाल बच्चे सहित सड़क पर उतरे. मोरचा द्वारा अपने मांगों के समर्थन में समाहरणालय, पाकुड़ अमड़ापाड़ा एवं पाकुड़ दुमका मुख्य सड़क को जाम कर दिया गया.
सड़क जाम करने के कारण जिला मुख्यालय से प्रखंड मुख्यालय एवं दुमका गोड्डा आदि के लिए वाहनों का आना जाना पूरी तरह ठप रहा. वाहनों के परिचालन नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. सुबह आठ बजे ढोल नगाड़े, तीर धनुष , फरसा आदि पारंपरिक हथियारों से लैस होकर सैकड़ों की संख्या में मोरचा के सदस्य समाहरणालय के मुख्यद्वार के निकट पहुंचे और पाकुड़ दुमका मुख्य सड़क को सबसे पहले जाम किया.
मोरचा द्वारा मुख्य सड़क पर भारी वाहनों के अलावे चरपहिया, दो पहिया वाहनों को भी जबरन रोका गया. सड़क जाम के दौरान कुछ जवानों के साथ मोरचा के सदस्यों के बीच नोकझोक भी हुई.
हालांकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना सड़क जाम के पहले दिन नहीं घटी. पूर्वाह्न् लगभग दस बजे बीडीओ जियाउल अंसारी, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी राम कुमार साह, पुलिस पदाधिकारी राम विशुन पासवान, कृष्णानंद झा सदलबल पहुंचे और सड़क जाम कर रहे मोरचा के लोगों को समाहरणालय के मुख्यद्वार से हटाया. सड़क जाम में महेशपुर, पाकुड़िया एवं नगर पंचायत क्षेत्र के भुईयां घटवाल जाति के लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
आयोजित सड़क जाम के कारण जिला मुख्यालय के अलावे महेशपुर, पाकुड़िया, अमड़ापाड़ा आदि स्थानों से भी वाहनों का परिचालन दिनभर बुधवार को बाधित रहा. पाकुड़िया प्रतिनिधि के मुताबिक आठ सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड अध्यक्ष गोपाल राय के नेतृत्व में सिदो कान्हू चौक, गणपुरा चौक, तलवा चौक, राधानगर चौक को जाम किया गया जिसके कारण वाहनों का परिचालन प्रभावित हुआ. मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा के आयोजित तीन दिवसीय चक्का जाम के कारण पैनम लिंक रोड सड़क मार्ग से कोयले की ढुलाई भी बाधित रही.