21 सूत्री मांगों को लेकर निकाली गयी रैली
लोहरदगा : सार्वजनिक क्षेत्र को बेचना बंद करो, सभी को रोजगार दो, नयी पेंशन नीति रद्द करो समेत 21 सूत्री मांगों को लेकर झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए रैली निकाली गयी. रैली सदर अस्पताल, पावरगंज, शहीद भगत सिंह चौक, कचहरी मोड़ होते समाहरणालय परिसर पहुंच कर धरना में तब्दील हो गयी.
मौके पर महासंघ के पूर्वराज्याध्यक्ष सह जिला सचिव महेश कुमार सिंह ने कहा कि मेहनतकश लोगों पर सर्वाधिक हमला किया जा रहा है. इसे बंद करने की जरूरत है. श्री सिंह ने कहा कि जिसकी बदौलत देश स्वास्थ्य, शिक्षा, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विकास किया, आज उनकी अनदेखी की जा रही है. इससे देश आगे बढ़ने के बजाय पीछे जा रहा है. सरकार को गंभीरतापूर्वक सोचने की जरूरत है.
सीएए, एनआरसी, एनपीआर के कारण देश में अराजकता की स्थिति बन गयी है. ट्रेड यूनियन व महासंघ के नेताओं में दिलीप वर्मा, मो जफर आलम, देवेंद्र लाल दास, शशिनाथ भगत, ललिता एक्का, चारो उरांव, जगदीश महतो, गोपाल महतो आदि ने मांगों पर विस्तार से चर्चा की तथा अपने हक की पूर्ति के लिए संकल्प लिया.
धरना में प्रीति कंचन एक्का, दानिश अख्तर, सतीश कुमार, कविता कुमारी, रजनी कुजूर, कृष्णा रजवार, पारो देवी, संगीता देवी, निशु एक्का, उर्मिला तिर्की, पम्मी बाखला, जानकी कुमारी, बालकृष्ण प्रसाद, सीतामुनि उरांव, संगीता केरकेट्टा, बासुदेव उरांव, अंजनी लकड़ा, मोयलेन बारला, दीपक नायक, मनोज उरांव, सोरेन कुजूर, चंद्रप्रकाश भगत, अशोक कुजूर, मन्नू उरांव, तारा कुमारी, मंजू उरांव, सातमनी कुमारी, बबीता कुमारी, तनुजा कुमारी, कर्मी भगत राजकिशोर महली, विजेता बाला लखी कुमारी, मनकी कुमारी, नीतू देवी, जयंती देवी समेत काफी संख्या में महिला व पुरुष कर्मचारी शामिल थे. धरना में शामिल सभी लोग हाथों में विरोध स्वरूप तख्तियां लेकरआक्रोश जताया.