लोहरदगा : आपदा प्रबंधन की बैठक डीसी विनोद कुमार की अध्यक्षता में हुई. बैठक में बारिश के मौसम से पहले आपदा प्रबंधन की तैयारियाें पर चर्चा की गयी. मौके पर डीसी ने कहा कि किसी भी आपदा के दौरान सभी विभाग तत्परता के साथ काम करना सुनिश्चित करे. जिससे आपदा के कारण होने वाले जान-माल की हानी को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन में सभी विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए पेयजल स्रोतों की साफ-सफाई की जाये.
इसके अलावे अन्य सावधानियां बरतने का निर्देश उन्होंने दिया. डीसी ने कहा कि सड़क के किनारे सुखे और उखड़े पेड़ों की पहचान कर उन्हें हटाया जाये ताकि नुक्शान न हो. नदी-नालो के आसपास रहनेवाले लोगों से खास सावधानी बरतने की भी बात कही गयी. बरसात के मौसम में लोहरदगा जिला में सर्पदंश के काफी मामले पाये जाते हैं. सांप के डंसने पर पीड़ित व्यक्ति को झाड़-फूंक करने के बजाये सीधे नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में ले जायें या 108 ऐंबुलेंस से संपर्क करें. क्योकि उसमें सर्पदंश की दवा उपलब्ध है. साफ -सफाई का विशेष ध्यान दें. अंधेरे में बाहर जाने के लिए टॉर्च का प्रयोग करें. साथ ही भूमि पर सोने से भी परहेज करें. आपदा प्रबंधक समिति की बैठक में पुलिस अधीक्षक राजकुमार लकड़ा, डीडीसी शशीधर मंडल, एसी रंजित कुमार सिन्हा, सीएस डॉ पैट्रीक टेटे, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी विभाकर कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी मनीष कुमार, सदर सीओ अनुराग तिवारी, सीओ अनुज बांडो, विशाल खलखो, बीडीओ अमिताभ भगत सहित विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ-सीओ मौजूद थे.