मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सेमिनार से न केवल जानकारियों में वृद्धि होती है, बल्कि अपनी बातों को रखने से छात्र-छात्राओं का आत्मविश्वास बढ़ता है. ऐसे कार्यक्रम से उनका व्यक्तित्व निखरता है व साक्षात्कार में उनका प्रदर्शन बेहतर हो सकता है. आकांक्षा 40 के कोर्स समन्वयक राहुल कुमार ने बताया कि 1962 से विक्रम साराभाई के नेतृत्व में शुरू हुआ भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम आज विश्व में अपनी पहचान बना ली है.
इसरो ने इस दिशा में कई कीर्तिमान स्थापित किये, चाहे वह चंद्र अभियान हो अथवा मंगल अभियान भारत ने अपनी क्षमता विश्व के सामने रख दिया है. विषय विशेषज्ञ संजय कुमार पांडे ने बताया कि आज भारत इस स्थिति में है कि वह इस कार्यक्रम का आर्थिक दोहन कर सकता है न केवल आर्थिक विकास के लिए बल्कि संपूर्ण विश्व में बदलती और विकसित होती तकनीक के लिए भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के और विकास की जरूरत है. कार्यक्रम को आकांक्षा कुमारी, प्रियंका सोनी, पूजा सोनी, रिचा कुमारी, शशि कुजूर, प्रियंका कुमारी, यीशु कुमार, ताबिश अंसारी, अजय कुमार साहू, मंजर इकबाल, सोनू कुमार साहू, रोशन तिर्की, अबू हुफैजा, अंकित शाहदेव आदि छात्र-छात्राओं ने भी संबोधित किया. मौके पर अशोक कुमार, दिवाकर प्रसाद सिंह, मीनाक्षी खलखो, स्नेह कुमार, आनंद कुमार दुबे, शिखा कुमारी, निच्छल मिंज आदि शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.