लातेहार: मुख्यमंत्री रघुवर दास की पलामू, लातेहार यात्रा से पहले बुधवार को लातेहार में सुरक्षा बलों की भाकपा माओवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ हुई. इसमें 5 लाख रुपये के इनामी सब जोनल कमांडर श्रवण यादव समेत 5 नक्सली मारे गये. पुलिस को मुठभेड़ स्थल से तीन एके-47 राइफल, एक इन्सास, एक .315 बोर की राइफल के अलावा भारी मात्रा में गोला-बारूद और पिट्ठू बरामद हुए हैं. पुलिस ने बताया कि दो नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं. मुठभेड़ में पुलिस को कोई नुकसान नहीं हुआ है. पलामू प्रमंडल के डीआइजी ने घोषणा की है कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने वाले इन जवानों को पुरस्कृत किया जायेगा.
झारखंड की राजधानी रांची से करीब 110 किलोमीटर दूर स्थित लातेहार में हुई मुठभेड़ में झारखंड जगुआर, कोबरा और सीआरपीएफ की 11वीं बटालियन की तीन टीम के जवान शामिल थे. लातेहार के एसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि सूचना मिल रही थी कि बड़ी संख्या में माओवादी जंगल में एकत्र हो रहे हैं. किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. सूचना मिलते ही झारखंड जगुआर, कोबरा और सीआरपीएफ की तीन टीमें बनायी गयीं. मंगलवार की रात में ही तीनों टीमों ने जंगल में घुसकर सघन छापामारी अभियान शुरू कर दिया.
सुरक्षा बल के जवान मनिका थाना क्षेत्र के सिक्की-सेरेनदाग जंगल में पहुंची ही थी कि नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों को करार जवाब दिया. नक्सलियों को लक्ष्य कर ताबड़तोड़ गोलियां बरसायीं. घंटों चली मुठभेड़ के बाद दूसरी ओर से गोलियां चलनी बंद हो गयीं. इसके बाद जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, तो दो नक्सलियों के शव बरामद हुए. बताया जाता है कि जंगल में करीब 70 माओवादी मौजूद थे.
मुठभेड़ में 5 नक्सलियों के मारे जाने से पलामू प्रमंडल के डीआइजी विपुल शुक्ला बेहद उत्साहित हैं. उन्होंने इस बड़ी सफलता का श्रेय पूरी टीम को दिया. कहा कि जिस तरह से जवान लगातार नक्सलियों के खिलाफ सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं, वह दिन दूर नहीं जब पलामू प्रमंडल के साथ-साथ पूरे झारखंड से नक्सलियों का सफाया हो जायेगा. डीआइजी ने यह भी कहा कि नक्सलियों को मार गिराने वाले सभी जवानों को पुरस्कृत किया जायेगा.