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समेकित चेकपोस्ट बंद, दो माह में एक करोड़ का नुकसान
कोडरमा : केंद्र सरकार द्वारा दो माह पूर्व लिये गये पांच सौ व हजार के पुराने नोट को बंद करने के फैसले का असर अब राजस्व संग्रह पर दिख रहा है. सरकार ने नोटबंदी के फैसले के बाद लोगों को राहत देते हुए कुछ दिनों के लिए हाइवे को टोल फ्री करने का एलान किया […]
कोडरमा : केंद्र सरकार द्वारा दो माह पूर्व लिये गये पांच सौ व हजार के पुराने नोट को बंद करने के फैसले का असर अब राजस्व संग्रह पर दिख रहा है. सरकार ने नोटबंदी के फैसले के बाद लोगों को राहत देते हुए कुछ दिनों के लिए हाइवे को टोल फ्री करने का एलान किया था.
इसका पालन करते हुए राज्य में संचालित 10 समेकित चेकनाका को भी कुछ दिन के लिए बंद कर गाड़ियों की आवाजाही होने दी जा रही थी, पर इस एलान के बाद समेकित चेकनाका एक तरह से फिलहाल बंद ही हैं. यहां से वाहनों की आवाजाही बिना रोक टोक दूसरे राज्यों में हो रही है. ऐसे में यहां से संग्रहित होनेवाला राजस्व फिलहाल विभाग को नहीं मिल रहा है. झारखंड-बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र कोडरमा के बागीटांड़ में समेकित चेकपोस्ट का संचालन लंबे समय से हो रहा था, पर इन दिनों यह चेकपोस्ट वीरान पड़ा है. चेकपोस्ट बंद रहने से पिछले दो माह में करीब एक करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है.
केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद कुछ दिनों के लिए चेकनाका बंद करने का आदेश था, पर अब यह आदेश एक तरह से नियम बन कर रह गया है. अधिकारी बताते हैं कि इसके बाद कोई नया आदेश नहीं आया है. इस कारण चेकपोस्ट पर वाहनों की जांच व अन्य कार्रवाई फिलहाल बंद है. विभागीय जानकारी के अनुसार करीब दो माह तक चेकपोस्ट के बंद रहने से करीब एक करोड़ रुपये के राजस्व को नुकसान हुआ है.
बागीटांड़ चेकनाका पर हर माह करीब 50 लाख रुपये परिवहन विभाग की ओर से लगने वाले विभिन्न टैक्स, फाइन से आते थे. इसके अलावा वाणिज्य कर विभाग की ओर से यहां की जानेवाली कार्रवाई अलग से शामिल हैं.
करीब एक वर्ष पूर्व राज्य सरकार ने राज्य की सीमा पर स्थित चेकनाका को समेकित चेकपोस्ट का नाम देते हुए यहां वाहनों की जांच व जुर्माना वसूलने की पूरा अधिकार वाणिज्य कर विभाग को दे दिया था. इसके बाद से वाणिज्य कर पदाधिकारी ही यहां पदाधिकारी के रूप में काम कर रहे थे. समेकित चेकनाका पिछले नौ नवंबर 2016 से बंद है. जानकारों के अनुसार यहां पर परिवहन विभाग की ओर से हाइट, ओवरलोड, कंपोजिट फाइन के साथ ही पॉल्यूशन , प्रेशर हार्न व अन्य से संबंधित टैक्स व जुर्माना वसूला जाता था, जबकि वाणिज्य कर की ओर से बिना परमिट या त्रुटि पूर्ण परिमट वाले वाहन मालिकों पर कार्रवाई की जाती थी. कोडरमा के विभिन्न इलाकों से निकलने वाले स्टोन चिप्स लदे वाहनों की भी जांच यहां होती थी, पर इन दिनों यह काम भी बंद पड़ा हुआ है.
समेकित चेकपोस्ट पर माह वार वसूली
विभागीय जानकारी के अनुसार समेकित चेकपोस्ट बागीटांड़ पर वित्तीय वर्ष 2016-17 में अब तक कुल तीन करोड़, 56 लाख, तीन हजार, 480 रुपये की वसूली परिवहन विभाग की ओर से की गयी है, जबकि 13 लाख, 97 हजार, 632 रुपये की वसूली वाणिज्य कर विभाग ने की है.
माह वार बात करें, तो परिवहन विभाग की ओर से अप्रैल में 46 लाख, 23 हजार, 900 रुपये, मई में 48 लाख, 14 हजार, 300, जून में 47 लाख, 83 हजार, 500, जुलाई में 50 लाख, 73 हजार, 130, अगस्त में 47 लाख, 78 हजार, 400, सितंबर में 50 लाख, 13 हजार, 450, अक्तूबर में 49 लाख, 44 हजार, 600 व नवंबर माह की आठ तारीख तक 15 लाख, 72 हजार, 200 रुपये की वसूली हुई थी. इसके विपरीत परिवहन विभाग की ओर से वर्ष 2015-16 में कुल पांच करोड़, 58 लाख, 92 हजार, 345 रुपये की राजस्व वसूली हुई थी, जबकि वाणिज्य कर की ओर से 15 लाख, 16 हजार, 936 रुपये की वसूली की गयी थी.
वित्तीय वर्ष 2015-16 में परिवहन विभाग को माह वार प्राप्त राजस्व की बात करें, तो अप्रैल 15 में 46 लाख, 83 हजार, 50, मई में 46 लाख, 10 हजार, 50, जून में 48 लाख, चार हजार, 200, जुलाई में 46 लाख, 92 हजार, 700, अगस्त में 43 लाख, 73 हजार, 465, सितंबर में 48 लाख, 38 हजार 980, अक्तूबर में 41 लाख, 82 हजार, 700, नवंबर में 41 लाख, 38 हजार, 750, दिसंबर में 48 लाख, 65 हजार, 250, जनवरी 2016 में 40 लाख, पांच हजार, 150, फरवरी में 54 लाख, 52 हजार, 400, मार्च में 53 लाख, 45 हजार, 650 रुपये की राजस्व वसूली हुई थी.
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