– राजेश सिंह –
जयनगर : पावर प्लांट के मेंटेनेंस कंपनियों के मजदूरों की हड़ताल आठवें दिन भी जारी रही. हड़ताल प्लांट परिसर के बाहर चल रही है, मगर इसकी गूंज विधानसभा के मौजूदा सत्र में सुनाई पड़ रही है.
सोमवार को स्थानीय विधायक अमित कुमार यादव मजदूरों की मांगों के समर्थन में विधानसभा के समक्ष धरना पर बैठे. उन्होंने बताया कि मजदूरों की मांगें जायज है. वार्ता की पहल करने के बजाय मुख्य अभियंता जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रबंधन की लापरवाही के कारण कार्यरत मजदूर बेरोजगार हो गये हैं और सरकार को करोड़ों का घाटा हो रहा है. विधानसभा के समक्ष धरना के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सरकार के ऊर्जा सचिव विमल तिर्की, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, मंत्री राजेंद्र सिंह ने आश्वासन दिया है कि डीवीसी प्रबंधन को वार्ता कर हड़ताल समाप्त करने का निर्देश दिया जायेगा.
इधर, बांझेडीह पावर प्लांट के मजदूरों की हड़ताल जारी है. सोमवार को कार्यक्रम की अध्यक्षता शंकर सुमन व संचालन कन्हाय यादव ने की. मजदूर नेता दीलिप पासवान व विजय पासवान ने कहा कि संगीनों के साये में काम शुरू करवाने का प्रयास प्रबंधन नहीं करे.
झावियुमो प्रखंड अध्यक्ष उमेश यादव व चंदन किशोर पांडेय ने कहा कि यदि आंदोलन को बल पूर्वक दबाने का प्रयास किया गया तो डीवीसी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. वहीं राजकुमार साव ने कहा कि मांगें नहीं माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर दीलिप पासवान, भागीरथ पासवान, रामचरित्र राणा, शंकर रजक, मनोहर सिंह सहित भारी संख्या में मौजूद थे.
दिहाड़ी मजदूर परेशान : प्लांट में कार्यरत दिहाड़ी मजदूर लगातार चल रही हड़ताल से परेशान हैं और इनके समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं छोटे-छोटे कार्यो में लगे विस्थापित ठेकेदार भी काम बंद होने से परेशान हैं. आलम यह है कि दिहाड़ी मजदूरी में लगे दर्जनों विस्थापित टिफिन लेकर आते हैं और काम नहीं होने के कारण वापस लौट जाते हैं.
हड़ताल की वजह से बांझेडीह के लिए चलने वाले आटो व दुकान वालों का भी हाल बुरा है. कई दुकानें बंद हो चुकी हैं. प्लांट परिसर के अंदर व बाहर का व्यवसाय भी पूरी तरह से प्रभावित है.