कोडरमा : जिले में अन्य विकास योजनाओं की तरह ही बीआरजीएफ की योजनाओं में भी नियम-कानून को ताक पर रखा गया है. एक ही सड़क पर पहले मिट्टी मोरम कार्य के लिए लाखों की लागत वाली योजना को स्वीकृति दी जाती है, बाद इसी सड़क पर पुलिया निर्माण व गार्डवाल निर्माण के लिए अलग-अलग निविदा डाली गयी.
सभी योजनाओं को हरी झंडी दिखाते हुए काम भी पूरा कर लिया गया. नियमत: बीआरजीएफ की योजना की स्वीकृति राशि 25 लाख तक है. मगर ग्रामीण सड़क के निर्माण के लिए करीब एक करोड़ की राशि खर्च की गयी.
यही नहीं जिले के डोमचांच व जयनगर में अन्य अनियमितता को लेकर विधायक प्रतिनिधि राजकुमार यादव ने ग्रामीण विकास कार्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख कर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठायी है. राजकुमार का आरोप है कि योजनाओं में विकास राशि की भारी लूट हुई है.
वहीं जयनगर की ककरचोली पंचायत में एक ही सड़क के लिए तीन-तीन योजनाओं को स्वीकृति दी गयी है. राजकुमार का यह भी कहना है कि जिस ककरचोली पंचायत में मिट्टी मोरम कार्य की योजना को मंजूरी दी गयी, उसी के लिए बाद में पीसीसी निर्माण की अनुमति दे दी गयी.