तमाड़ : नवाडीह निवासी व पटमदा डिग्री कॉलेज के कुड़माली भाषा विभाग के प्रो भुनेश्वर कुमार कुड़मी जनजाति की संस्कृति पर बांग्लादेश व नेपाल में शोध करने के लिए शुक्रवार को रवाना हुए. शोध का विषय कुड़माली संस्कृति का वैज्ञानिक अध्ययन है.
प्रो कुमार अपने निजी खर्च पर इससे पूर्व उन्होंने भारत के चार राज्य बंगाल, असम, ओड़िशा व झारखंड के विभिन्न जिलों में कुड़माली भाषा व ज्ञान पर कई किताबें लिख चुके हैं. वे बांसुरी वादन में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक हैं. उन्होंने स्नातकोत्तर जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग रांची विश्वविद्यालय रांची के शोध निदेशक को पत्र लिख कर विदेश जाने के लिए सहायता राशि की मांग की थी़