जामताड़ा कोर्ट : गांधी जयंती पर बुधवार को विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा मंडल कारा जामताड़ा में जेल अदालत का आयोजन हुआ. इसमें छह कैदी को रिहाई का आदेश सुनाया गया.
इसकी अध्यक्षता प्रधान जिला जज अभय शंकर मिश्र ने की. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जेल अदालत का आयोजन किया गया है. कहा कि जब तक आप दोषी करार नहीं होते तब तक आप एक विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में रहते हैं. यहां से निकलने के बाद विचार में परिवर्तन लाकर अच्छे नागरिक बनें.
प्ली बारगेनिंग, राष्ट्रीय लोक अदालत, मेगा लोक अदालत, नागरिक अधिकारों की जानकारी दी. रजिस्ट्रार बीके तिवारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव एसएस फातमी ने कहा कि इस सप्ताह को हमलोग विधिक साक्षरता दिवस के रूप में मना रहे हैं. इसके माध्यम से लोगों को कानूनी अधिकार की जानकारी दी जा रही है.
श्री फातमी ने कहा कि प्रधान जिला जज के न्यायालय के दो विचाराधीन कैदी शशि बाउरी और उमापद बाउरी, मंझलाडीह गांव निवासी तथा तथा एसएम त्रिपाठी न्यायालय के अभियुक्तों बुटबेरिया गांव निवासी प्राण हांसदा, रमेश्वर हांसदा, चांद हांसदा, हेमलाल हांसदा को रिहाई का आदेश सुनाया गया. मौके पर एडीजे एसएस दूबे, सीजेएम सिद्धार्थ मंडल, सब जज वीरेंद्र कुमार, एसडीजेएम चौधरी एहसान मोईज, पीपी जय प्रकाश साह अधिवक्ता समसुल होदा, मुकेश सिंह आदि मौजूद थे.