मिहिजाम : नगर पंचायत मिहिजाम क्षेत्र का विगत छह वर्र्षो में जो विकास होना चाहिए था उसके आशानुरूप विकास की गति काफी धीमी है. आज भी यहां के मुहल्ले के लोग विभिन्न सुविधाओं से वंचित है. मिहिजाम नगर पंचायत क्षेत्र की साफ सफाई नहीं होने को लेकर काफी नाराज है. हलांकि कुछ वार्ड में कभी कभार साफ सफाई की जाती रही है.
गंदगी इस शहर की पहचान बन गयी है. चित्तरंजन स्टेशन से बाहर निकलते ही यहां अव्यवस्था सा आलम साफ दिखाई पड़ता है. पांच वषों में मिहिजाम शहरी क्षेत्र में बस एवं ट्रेकर स्टेंड नहीं बन सका. जिस कारण वाहन चालकों को वाहन सड़क पर ही खड़ा रखने के लिए मजबूर होना पड़ा. जिससे आम जनों को भी परेशानी हुई. लाईन पार में पेयजल आपूर्ति के लिए कोई व्यवस्था नहीं किये जाने से लोगों को इस गर्मी में भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. शहरी क्षेत्र में शौचालय का निर्माण भी नहीं हो पाया जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई. राहगिरों को यह सुविधा नहीं मिलने से लोगों में काफी गुस्सा देखा जाता रहा है.
खासकर महिलाओं को काफी दिक्कत फेश करना परना पड़ा. खेल मैदान एवं पर्याटक स्थल का नहीं हो पाया जिस कारण यहां के युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों को उबड़ खाबड़ मैदान में ही अभ्यास करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. यहां खेल मैदान के अलावा कानगोई पहाड़ को पर्याटक क्षेत्र बनाने का सपना भी अधुरा रह गया. कई मुहल्ले में पीसीसी सड़क व नाली निमार्ण का कार्य आज भी पुरा नहीं हो पाया है. शरह के गरीब आज भी झोपड़ी एवं खपड़ेल के घरों में रहने के लिए विवश होना पड़ रहा है.
क्या कहते हैं लोग : संतोष कुमार, पवन कुमार, अशोक कुमार, दिलीप कुमार आदि ने कहा कि नगर पंचायत का शौंदर्यीकरण आवश्यक है. यहां के लोग आज भी ग्रामीण परिवेश में जीवन जीने के लिए विवश है.
क्या कहते हैं अधिकारी
कार्यालापलक पदाधिकारी सुभाष निगम ने बताया कि शहर के विकास के लिए कई प्रस्ताव पारित कर मंत्रलय स्वीकृत के लिए भेजा गया है.