इसके अलावा बाहरी मरीजों के लिए कई अन्य शुल्क भी बढ़ा दिये गये है. सेवा शुल्क में बढ़ोतरी की जानकारी सार्वजनिक तक नहीं की गयी है, इससे लोग परेशान हो रहे. अभी मरीज को लेकर भरती कराने वाले काउंटर पर जाते है तो अचानक उन्हें पता चलता है कि 10 नहीं अब 20 हजार रुपये जमा कराना होगा. कम पैसे देने पर एडमिशन अस्पताल में नहीं हो सकता है क्योंकि यह निजी अस्पताल है. अस्पताल में कर्मचारियों को भी कुछ सेवाओं के लिए पैसे देने पड़ रहे है जबकि कई सेवाओं में बढ़ोतरी का प्रस्ताव है.
Advertisement
टीएमएच में महंगा हुआ बाहरी मरीजों का इलाज
जमशेदपुर. टाटा मुख्य अस्पताल में बाहरी मरीजों का इलाज महंगा हो गया है. पहले भरती होने वाले मरीज को 10 हजार रुपये जमा कराना पड़ता था, जिसे बढ़ाकर अब सीधे दोगुना 20 हजार रुपये कर दिया गया है. 10 हजार रुपये सर्जरी वाले मरीजों को देना पड़ता था. सामान्य मरीजों से दाखिला के समय पहले […]
जमशेदपुर. टाटा मुख्य अस्पताल में बाहरी मरीजों का इलाज महंगा हो गया है. पहले भरती होने वाले मरीज को 10 हजार रुपये जमा कराना पड़ता था, जिसे बढ़ाकर अब सीधे दोगुना 20 हजार रुपये कर दिया गया है. 10 हजार रुपये सर्जरी वाले मरीजों को देना पड़ता था. सामान्य मरीजों से दाखिला के समय पहले पांच हजार रुपये जमा लिया जाता था इसे अब बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दिया गया है.
दो लाख तक के इलाज पर एक % का टीडीएस
भारत सरकार के नये नियम पर भी टीएमएच ने अमल शुरू कर दिया है. सूचना जारी कर दी गयी है कि इलाज में बिल एकमुश्त दो लाख रुपये या उससे अधिक होने पर पूरी राशि पर 1 फीसदी का टीडीएस देना होगा, जिसकी कटौती अस्पताल को ही करना है. यह एक अतिरिक्त बोझ मरीजों पर डाला गया है, जिसे सरकारी नियम बताया जा रहा है.
जो रेट पहले से था, वहीं रेट अभी भी लागू है. किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है. -अमरेश सिन्हा, प्रवक्ता, टाटा स्टील
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement