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हड़ताल खत्म, नये वेतनमान का भुगतान नौ जून तक

नरवा/जादूगोड़ा: यूसिल में लंबित वेज रिवीजन को लागू करने की मांग को लेकर सोमवार सुबह करीब 8 बजे से शुरू हुई हड़ताल करीब 30 घंटे तक चली. नरवा माइंस में अंदर खदान में बैठे 161 मजदूरों के समर्थन में मंगलवार को यूसिल की सभी इकाई के कर्मचारी और चारों यूनियन हड़ताल पर चले गये. मंगलवार […]

नरवा/जादूगोड़ा: यूसिल में लंबित वेज रिवीजन को लागू करने की मांग को लेकर सोमवार सुबह करीब 8 बजे से शुरू हुई हड़ताल करीब 30 घंटे तक चली. नरवा माइंस में अंदर खदान में बैठे 161 मजदूरों के समर्थन में मंगलवार को यूसिल की सभी इकाई के कर्मचारी और चारों यूनियन हड़ताल पर चले गये. मंगलवार की शाम करीब साढ़े तीन घंटे तक प्रबंधन और यूनियन की लंबी वार्ता के बाद समझौता हुआ और कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हुई. हालांकि वार्ता करीब सात बजे समाप्त होने के बावजूद माइंस के अंदर धरने पर बैठे कर्मचारी करीब रात 11 बजे बाहर निकले. वे प्रबंधन से इस बात का आश्वासन चाह रहे थे कि आगे उन पर किसी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जायेगी. प्रबंधन से कोई भरोसा नहीं मिलने के बाद सभी मजदूर रात 11 बजे माइंस से बाहर आ गये.
इससे पहले यूसिल प्रबंधन ने हड़ताल की जानकारी सहायक श्रमायुक्त (केंद्रीय) चाईबासा को दी. साथ ही प्रशासन से पर्याप्त सुरक्षाबल की भी मांग की. एएलसी चाईबासा के प्रवीण कुमार की अध्यक्षता में शाम पांच बजे से साढ़े आठ बजे तक वार्ता चली जिसके बाद यूसिल प्रबंधन द्वारा लिखित रूप से फैसला दिया गया.
नरवा में मंगलवार को एक ओर जहां मजदूर माइंस के अंदर और बाहर हड़ताल पर बैठे थे वहीं गेट के बाहर महिलाओं ने मोर्चा संभाले रखा. महिलाओं ने एक तरह से सभी अधिकारियों को बंधक बनाये रखा और ए शिफ्ट खत्म होने के बावजूद उन्हें बाहर नहीं निकलने दिया गया. एक अधिकारी के साथ तो बाहर निकलने को लेकर महिलाओं की धक्का-मुक्की भी हुई. साथ ही माइंस के अंदर धरने पर बैठे एक मजदूर की हालत िबगड़ने पर उसे टीएमएच ले जाया जाना पड़ा.
यूसिल की सात माइंस में ठप रहा काम
यूसिल की सात माइंस इकाइयों के लगभग 4300 मजदूर हड़ताल पर रहे, जिससे लगभग 8500 मीट्रिक टन उत्पादन प्रभावित हुआ है. इसके अलावा जादूगोड़ा और तुरामडीह माइंस मील में प्रतिदिन होने वाली 4500 मीट्रिक टन प्रोसेसिंग का काम भी रुका रहा. दोनों मिल भी बंद रहे. जानकारी के अनुसार प्रोसेसिंग के बाद उत्पादित मेग्नेसियाडाइ यूरिनेट (यू3 08) को हैदराबाद भेजने का काम भी प्रभावित हुआ है.
इन जगहों पर उत्पादन हुआ प्रभावित : हड़ताल पर बैठे मजदूरों के समर्थन में यूसिल के जादूगोड़ा, भाटीन, बाघजांता, तुरामडीह, बांदुहुड़ांग तथा महुलडीह माइंस के मजदूरों ने हड़ताल कर माइंसों का काम ठप रखा. मुसाबनी स्थित यूसिल बागजाता माइंस के कर्मचारी सोमवार के दिन तीसरी पाली में रात करीब 11 बजे से हड़ताल पर चले गये. मंगलवार को हड़ताल का दायरा बढ़ा और उसकी चपेट में अन्य माइंस भी आ गये. तुरामडीह में काम करने वाले मजदूर सुबह सात बजे यानि पहली पाली से ही हड़ताल पर चले गये, जबकि कंपनी के मुख्यालय यानि जादूगोड़ा के मजदूर करीब नौ बजे से हड़ताल पर चले गये थे.

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