टाटा स्टील : कई मुद्दों से घिरा यूनियन का सत्ता पक्ष, कमेटी मीटिंग इसी माह
Advertisement
मेडिकल एक्सटेंशन बंद कराना प्रबंधन की प्राथमिकता
टाटा स्टील : कई मुद्दों से घिरा यूनियन का सत्ता पक्ष, कमेटी मीटिंग इसी माह मैन पावर व खर्च में कटौती पर प्रबंधन का जोर जमशेदपुर : टाटा स्टील में मेडिकल एक्सटेंशन और 1956 के समझौता के मुद्दे पर यूनियन घिर चुकी है. मेडिकल एक्सटेंशन के मसले पर हर माह एक्सटेंशन के जरिये मामले को […]
मैन पावर व खर्च में कटौती पर प्रबंधन का जोर
जमशेदपुर : टाटा स्टील में मेडिकल एक्सटेंशन और 1956 के समझौता के मुद्दे पर यूनियन घिर चुकी है. मेडिकल एक्सटेंशन के मसले पर हर माह एक्सटेंशन के जरिये मामले को शांत करने की कोशिश की धीरे-धीरे पोल खुल चुकी है. अब यह साफ होने लगा है कि यूनियन इस मुद्दे पर पूरी तरह से बैकफुट पर आ चुकी है. वहीं प्रबंधन की ओर से आये एक के बाद एक बयानों से स्पष्ट हो गया है कि इस मुद्दे पर अब प्रबंधन पीछे हटने वाला नहीं है. मेडिकल एक्सटेंशन बंद करना मैनेजमेंट की पहली प्राथमिकता है. दरअसल कंपनी को मेडिकल एक्सटेंशन में करीब सौ करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. जिसे रोकने की तैयारी की गयी है.
मेडिकल एक्सटेंशन को बंद कर नये कर्मचारियों को मौका देने की भी बात कही जा रही है. वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी को इस काम में लगाया गया है क्योंकि ‘शिखर-25’ के तहत सभी को टारगेट दिया गया है कि हर हाल में मैनपावर को कम करना और मैनपावर पर होने वाले खर्च को कम करना है. वैसे एमडी स्तर पर भी कहा जा चुका है कि यह मजदूरों का हक नहीं है. फिर भी यूनियन इस मुद्दे पर किसी भी हद तक जाने की बात कर रही थी, लेकिन अब चुप्पी साध चुकी है.
1956 के समझौते को लेकर मैनेजमेंट को जल्दी नहीं
1956 के समझौता को लेकर मैनेजमेंट अभी परेशान नहीं है, क्योंकि उनको जेसीसीएम के मिनट्स में ला दिया गया है. इसको देखते हुए जेसीसीएम की मीटिंग में आगे भी बातचीत होती रहे, इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है और आने वाले समय में इस पर भी फैसला ले लिया जायेगा, भले इस कार्यकाल में हो जाये या दूसरे कार्यकाल में हो जाये. उधर, टाटा स्टील के इन दोनों मामले को लेकर यूनियन के सारे पदाधिकारी फंसे हुए हैं. इसको लेकर पदाधिकारी कुछ कहने को तैयार नहीं है. वहीं, कमेटी मीटिंग इसी माह होने जा रही है और सोमवार को फाइनांस कमेटी की भी मीटिंग बुलायी गयी है. आने वाले दिनों में यूनियन को अपने कर्मचारियों को जवाब देने में मुश्किलें पेश आयेंगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement