मुआवजा पर सहमति नहीं बनने से परिजनों ने दूसरे दिन भी शव नहीं उठाया. शाम में प्रबंधन के साथ वार्ता विफल होने पर सर्वदलीय सभा और टेल्को वर्कर्स यूनियन ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि शनिवार सुबह 10:00 बजे से टाटा मोटर्स का एक नंबर गेट अनिश्चितकाल तक जाम किया जायेगा. गौरतलब है कि धीरेंद्र कुमार की मौत कंपनी परिसर में जेनरल शिफ्ट में पंचिंग करने के तुरंत बाद तबीयत िबगड़ने के कारण गुरुवार को हो गयी. सुबह 10: 40 बजे : परिजनों के साथ मारपीट. बीती रात सिटी डीएसपी से मृतक के परिजनों ने वेटिंग रूम में रुकने की इजाजत मांगी थी. डीएसपी की अनुमति पर महिलाएं रुकी थीं.
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टाटा मोटर्स: अस्पताल से परिजनों को हटाने पर हंगामा, आज से गेट जाम
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के मृतक कर्मचारी धीरेंद्र सिंह के आश्रित को स्थायी नौकरी देने की मांग को लेकर शुक्रवार को टाटा मोटर्स अस्पताल में दिनभर अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. सुबह 10: 30 बजे से लेकर शाम 5: 00 बजे तक मुआवजे को लेकर चले वार्ता और हंगामे के बीच अंतत: कोई फैसला नहीं हो […]
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के मृतक कर्मचारी धीरेंद्र सिंह के आश्रित को स्थायी नौकरी देने की मांग को लेकर शुक्रवार को टाटा मोटर्स अस्पताल में दिनभर अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. सुबह 10: 30 बजे से लेकर शाम 5: 00 बजे तक मुआवजे को लेकर चले वार्ता और हंगामे के बीच अंतत: कोई फैसला नहीं हो सका.
सुबह में प्राइवेट सिक्यूरिटी ने उसे जबरन हटा दिया. इसे लेकर कंपनी के प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों के बीच विवाद हो गया. टाउन सिक्यूरिटी के हेड राजपाल के साथ शुरू हुआ विवाद अंतत: रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. परिजनों ने राजपाल और सिक्यूरिटी विभाग के विशाल सिंह, विवेक सिंह पर महिलाओं से दुर्व्यवहार और युवकों के साथ हाथापाई करने का आरोप लगाया. मारपीट के दौरान सिक्यूरिटी कंट्रोल रूम का एक तरफ का कांच भी टूट गया. दिन के 11:00 बजे : जुटने लगे विभिन दलों के नेता. अस्पताल परिसर में दिन 11 बजे से विभिन्न दलों के नेताओं का जुटना शुरू हो गया था. जेवीएम जिला अध्यक्ष बबुआ सिंह, झामुमो नेता रामदास सोरेन, युवा मोरचा के जिला अध्यक्ष महावीर मुर्मू, प्रकाश सहाय, काली पदो गोराई, बहादुर बेसरा, ओम प्रकाश सिंह, चंद्रमोली,बलजीत सिंह, आजसू नेता राजेंद्र सिंह, कांग्रेस नेता आनंद बिहारी दुबे, आजसू नेता चंद्रगुप्त सिंह, संजय सिंह, जिला परिषद सदस्य राजकुमार सिंह अपने -अपने समर्थकों के साथ पहुंचे. 11:10 बजे : दोषियों की गिरफ्तारी की मांग. आनंद बिहारी दुबे, राजकुमार सिंह, प्रकाश सहाय, चंद्रमौली, ओमप्रकाश सहित अन्य ने टेल्को थाना प्रभारी जयंत तिर्की से महिलाओं से दुर्व्यवहार करने और परिजनों से मारपीट करने वाले प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को हटाने की मांग की. हंगामा बढ़ता देख राजपाल पुलिस की वैन से निकल गये. तब मामला शांत हुआ. 12: 10 बजे : गेट पर धरने पर बैठे सभी नेता. कांग्रेस, जेवीएम, आजसू नेता और मृतक के परिजन अस्पताल गेट पर दरी बिछा कर धरना पर बैठ गये और मारपीट करने वाले रामपाल, विशाल सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. रामदास सोरेन के नेतृत्व में झामुमो नेता भी नारेबाजी करने लगे. 12:10 बजे : पहली वार्ता विफल. सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी पहुंचे. अस्पताल परिसर में वार्ता शुरू हुई. रामदास सोरेन ने मृतक के आश्रित को कंपनी में स्थायी नौकरी की मांग दोहरायी. अफसर और मजदूर को लेकर कंपनी अलग नीति न बनाये. दो बाइसिक्स को किस नियम से स्थायी किया गया. समय से पहले कर्मी को क्यों ड्यूटी बुलाया. कंपनी के एनएस कदियान ने कहा कि धीरेंद्र सिंह ने काम शुरू नहीं किया था.
वे बीमार थे. इस पर नेताओं ने कहा कि जब वे बीमार थे तो क्यों जबरन बुलाया गया. डीएसपी साहब रामपाल के साथ कईयों को मिली है अनुकंपा में नौकरी. टेल्को यूनियन के नेताओं ने कहा डीएसपी साहब टाटा मोटर्स कंपनी में मौत के बाद मृतक के परिजनों से मारपीट करने वाले रामपाल के साथ कई लोग स्थायी किये गये हैं. सकला हासंदा के गायब होने पर, अर्पण की मौत होने, सोमनाथ बनर्जी की मौत सहित कई उदाहरण है, जब कंपनी में कर्मी की मौत के बाद उनके आश्रित परिवार को स्थायी नौकरी दी गयी है.
महिलाओं ने कादियान को सुनायी खरी खोटी. पीड़ित परिवार की महिलाओं ने कंपनी के अधिकारी एनएस कदियान को खरी-खोटी सुनायी. महिलाओं का कहना था कि जब वे सक्षम पदाधिकारी नहीं है,तो क्यों यहां आये. 2:10 बजे : सांसद, भाजपा जिला अध्यक्ष पहुंचे. पीड़ित परिजनों ने सांसद विद्युत वरण महतो और भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार के समक्ष महिलाओं के साथ गुंडापार्टी द्वारा मारपीट और दुर्व्यवहार करने की शिकायत की. मृतक की भतीजी पूजा सिंह ने बताया कि चाचा के कपड़े में खून के निशान थे. 20 दिन से उन्हें टार्चर किया जा रहा था. वे अनफिट नहीं थे. उनपर अधिकारी दबाव दे रहे थे. कदियान के प्रस्ताव पर भड़के परिजन, नेता. कंपनी के एडमिनिस्ट्रेशन हेड एनएस कदियान ने वार्ता के दौरान कहा कि धीरेंद्र सिंह की मौत मामले में आइओडी नहीं बनता है. यह सुनते ही लोग भड़क गये. यूनियन के अध्यक्ष, महामंत्री सहित अन्य नेताओं ने इसका विरोध किया. एचआर हेड से सांसद ने कहा आश्रित को स्थायी नौकरी दीजिये. सांसद ने कंपनी के एचआर हेड रवि सिंह को कहा कि समय दे रहे हैं. आश्रित के परिवार को स्थायी नौकरी दे दीजिये. वहीं प्लांट हेड एबी लाल को सांसद ने कहा कि हम लोग नहीं चाहते हैं कि हंगामा हो. मृतक की दो पीढ़ी ने कंपनी में कार्य किया. अब कंपनी से अलग मत कीजिये. परिवार को नौकरी दिलाने के लिए बात कीजिये.
अस्पताल गेट पर विवाद में तीन घायल
शुक्रवार को सुबह 10: 30 बजे से लेकर शाम 5: 00 बजे तक अस्पताल परिसर में पुलिस बल और मृतक के परिजनों, राजनीतिक दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा. परिजनों को अस्पताल परिसर से हटाने को लेकर कंपनी के प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों के साथ विवाद उत्पन्न हो गया. इस दौरान एक महिला सहित तीन युवक घायल हो गये. घायल विकास सिंह को टाटा मोटर्स अस्पताल में भरती गया है. जबकि झामुमो नेता प्रकाश व राहुल को एमजीएम में इलाज कराया गया.
सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ शिकायत
खडंगाझार ज्योतिनगर निवासी प्रकाश सहाय ने टाटा मोटर्स के सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ टेल्को थाना को लिखित शिकायत देकर मारपीट करने का आरोप लगाया है. शिकायत के मुताबिक प्रकाश सहाय झामुमो घोड़ाबांदा पंचायत का अध्यक्ष है. शुक्रवार को सुबह साढ़े 10 बजे पार्टी की तरफ से आंदोलन में भाग लेने के लिए टाटा मोटर्स अस्पताल गया था. इसी दौरान सुरक्षा अधिकारी रामपाल, विशाल सिंह,विवेक सिंह ने अपने आठ 10 साथियों के साथ मारपीट की.
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