परिजनों का कहना है कि टीएमएच में इलाज के बाद टीएमएच से एंबुलेंस से टाटा मोटर्स अस्पताल ले गये. टाटा मोटर्स अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया,लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया. मृत्यु प्रमाण पत्र की मांग को लेकर मृतक के संगे संबंधी अस्पताल में जुटे. रात में तय हुआ कि बुधवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम होगा. इसके बाद आगे की प्रक्रिया होगी.
प्रेम गोप कंपनी के फाइनल सेक्शन में कार्यरत थे. जबकि उनका पुत्र संजय कंपनी के प्लांट वन में बाइ सिक्स के तौर पर कार्यरत हैं. प्रेम का पार्थिव शरीर को टाटा मोटर्स अस्पताल के शीतगृह में रखा गया है. बुधवार को उनका अंतिम संस्कार होगा. परिजनों ने कहा कि मृतक झारखंड आंदोलन से जुड़े हुए थे.