श्री पांडेय ने कर्मचारियों से कंपनी परिसर में सौहार्दपूर्ण स्थिति कायम रखने का आग्रह किया और किसी प्रकार की विधि व्यवस्था की स्थिति पैदा न करने के लिए सावधान किया, क्योंकि ऐसा होने से न केवल अन्य लोगों के लिए असुविधा होगी, बल्कि कानून लागू करने वाली एजेंसियों को कार्रवाई करनी पड़ेगी. इस पर कर्मचारियों ने सहमति जताते हुए कहा कि अधिकारियों के प्लांट नहीं जाने से वे स्वयं भी असुविधा महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनका अवकाश और मेडिकल मामलों को मंजूरी देने वाला वहां कोई मौजूद नहीं होता है. उन्होंने श्री पांडेय से संबंधित अधिकारियों को परिसर में उपस्थिति रहने का आग्रह किया और आश्वस्त किया कि आगे कोई अप्रिय घटना नहीं होगी. इसी प्रकार उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि कैंटीन स्टाफ व ट्रांसपोर्टर जैसे सेवा प्रदाताओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जायेगा.
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टायो: कर्मचारियों से हुई बातचीत में प्रबंधन के प्रतिनिधियों ने कहा, वीएसएस ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प
जमशेदपुर: टायो रोल्स में वर्तमान स्थिति को सामान्य बनाने के लिए एचआर व एडमिनिस्ट्रेशन के डीजीएम यशवंत पांडेय समेत अन्य लोगों ने कुछ टायो कर्मचारियों के साथ बातचीत की. बातचीत का उद्देश्य टायो में वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करना था. कर्मचारी एमडी के साथ बातचीत करना चाहते थे, जिस पर श्री पांडेय ने स्पष्ट किया […]
जमशेदपुर: टायो रोल्स में वर्तमान स्थिति को सामान्य बनाने के लिए एचआर व एडमिनिस्ट्रेशन के डीजीएम यशवंत पांडेय समेत अन्य लोगों ने कुछ टायो कर्मचारियों के साथ बातचीत की. बातचीत का उद्देश्य टायो में वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करना था. कर्मचारी एमडी के साथ बातचीत करना चाहते थे, जिस पर श्री पांडेय ने स्पष्ट किया कि वे एमडी की ओर से ही बातचीत कर रहे हैं और कंपनी वर्तमान स्थिति और वित्तीय अवस्था को साझा कर रहे हैं. बैठक के अंत में कर्मचरियों ने फिर से वेतन भुगतान का मुद्दा उठाया.
श्री पांडेय ने स्पष्ट किया कि पिछले कुछ महीनों से प्रबंधन कर्मचारियों से उनके और उनके दीर्घकालिक हितों को ध्यान में रख कर सूचित निर्णय लेने के लिए लगातार अपील कर रहा था. कर्मचारियों को सावधान किया गया था कि वे किसी प्रकार की अफवाहों या झूठे आश्वासन पर ध्यान न देकर स्वयं स्थिति को समझें. वर्तमान स्थिति में वीएसएस सर्वश्रेष्ठ विकल्प था, जिस पर प्रबंधन ने फिर दोहराया है कि कर्मचारी विचार करें.
दो दिसंबर को कंपनी में किये गये हंगामा पर नाराजगी जतायी : मैनेजमेंट की ओर से श्री पांडेय ने दो दिसंबर को हुई घटनाओं पर नाराजगी प्रकट की. दो दिसंबर को चंद कर्मचारियों ने कुछ अधिकारियों एवं कंसल्टेंट्स को कंपनी के एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग में सुबह 11.30 से रात 8.45 बजे तक गैर-कानूनी तरीके से रोके रखा था. इससे बंधक बने कई लोगों को गंभीर शारीरिक एवं मानसिक नुकसान हुआ, क्योंकि उनमें कई लोगों को समय पर दवाई और भोजन नहीं मिला, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हुआ. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्हें बचाया गया. इसके बाद से कई अधिकारियों ने डर के कारण प्लांट जाना बंद कर दिया.
कंपनी के पास फंड नहीं
कर्मचारियों ने बताया कि अक्तूबर से उनका वेतन और 2015 का बोनस लंबित है, जिनका जल्दी से जल्दी भुगतान होना चाहिए. इस पर जवाब देते हुए श्री पांडेय ने कहा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति बेहद खराब है. कंपनी ने उत्पादन बंद होने के बाद जहां तक संभव हो सका, वेतन का भुगतान किया. वास्तव में कोई काम किये बगैर कर्मचारियों को कई महीने तक वेतन दिया गया है. श्री पांडेय ने स्पष्ट किया कि प्रतिदिन वित्तीय संकट गंभीर होता जा रहा है, ऐसे में कंपनी पर कर्मचारियों को मुआवजा और सुविधाएं देने के प्रावधानों को समाप्त करने का दबाव है. प्रतिदिन यह स्थिति गंभीर होती जा रही है, क्योंकि कंपनी के पास फंड नहीं है.
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