जमशेदपुर: झारखंड बिजली बोर्ड के सभी अधिकारी और कर्मचारी 11 फरवरी से राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. बिजली आपूर्ति व्यवस्था ठप करने की रणनीति तैयार की गयी है.
शुक्रवार को सुवर्णरेखा गेस्ट हाउस (निर्मल भवन) स्थित हॉल में झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड अभियंता, पदाधिकारी व कर्मचारी समन्वय समिति के आह्वान पर छह सूत्री मांगों को लेकर आमसभा की गयी. अध्यक्षता केंद्रीय उपाध्यक्ष बसंत खेतान ने की. बैठक में बिजली बोर्ड के कई एरिया को फ्रेंचाइजी पर देने का विरोध किया गया. कहा गया कि इससे रोजगार पर सीधा असर पड़ेगा.
अरबों की संपत्ति दूसरी कंपनियों को सौंपे जाने का विरोध किया गया. सारे पदाधिकारियों और कर्मचारियों को एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने का फैसला लिया गया. आमसभा में संयोजक प्रशांत चतुर्वेदी, झारखंड स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाइ वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष बैजनाथ प्रसाद सिंह, महामंत्री बैकुंठ नंदन सिंह, अतिरिक्त महामंत्री रामायण तिवारी, अभियंता संवर्ग के एमपी यादव, आरजे सिंह, बीके सिंह, विनोद कुमार सिंह, मनसफ अली, अशोक गिरी समेत अन्य लोगों ने भी संबोधित किया.
कर्मचारियों के हित में मांग
अनुबंध व डेली वेज कर्मचारियों को नियमित किया जाये
निलंबित व बरखास्त कर्मचारियों को वापस लिया जाये
अभियंता, पदाधिकारी, कर्मचारी को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाये
मास्टर ट्रस्ट बनाकर तमाम कर्मचारियों का भुगतान ट्रेजरी से किया जाये, जिसका संचालन राज्य सरकार करे ताकि भुगतान सुनिश्चित रह सके
एफएसीपी 8, 16, 24 वर्षो पर किया जाये
छठे वेतन विसंगतियों को दूर किया जाये
सेवानिवृत्त कर्मचारी को मुफ्त बिजली मुहैया कराया जाये