जमशेदपुर: टाटा स्टील में सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस ग्रुप (सीएमजी) का नया स्वरूप आने वाला है. मैनेजमेंट ने इसका नया खाका तैयार कर लिया है, जिसका प्रस्ताव फरवरी तक आने की उम्मीद है.
नये प्रस्ताव के तहत काम पूर्ववत ही होगा, लेकिन कुछ सिस्टम बदल जायेगा. इसका नाम भी बदल दिया गया है. कंपनी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीएमजी का नाम बदलकर बिना किसी नाम के ही काम कराया जायेगा. वर्तमान में जेनरल मेंटनेंस नामक एक सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस सिस्टम है. इसमें कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी जायेगी. इसके बाद इसके माध्यम से ही सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस का काम कराया जायेगा और जहां भी मेंटेनेंस का काम होगा, वहां उन्हें भेजा जायेगा, जिनके माध्यम से मेंटेनेंस का काम होगा. इसके अलावा विभागों में भी अलग मेंटेनेंस सेक्शन काम करेगा, लेकिन इसमें कर्मचारियों की संख्या काफी कम होगी.
मिली जानकारी के मुताबिक, सेंट्रलाइज्ड तौर पर काम करने वाले जेनरल मेंटेनेंस में वर्तमान के मेंटेनेंस ग्रुप के कर्मचारियों की 60 फीसदी संख्या होगी, जबकि डिपार्टमेंट में होने वाले मेंटेनेंस के कर्मचारियों की संख्या 40 फीसदी होगी. हालांकि, पहले यूनियन के साथ हुई बैठक में सीएमजी को लेकर सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस में 70 फीसदी और करीब 30 फीसदी कर्मचारी डिपार्टमेंट वाइज मेंटेनेंस में रखने का प्रस्ताव था, जिसमें बदलाव किया गया है.
सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस यानी जेनरल मेंटेनेंस में कर्मचारियों की संख्या को बढ़ाने की प्रक्रिया भी धीरे-धीरे शुरू रहेगी. हालांकि, इस संबंध में न तो मैनेजमेंट और न ही यूनियन कोई अधिकृत बयान देने को तैयार है. नया प्रस्ताव आने पर माहौल फिर से गरम हो जायेगा.