जमशेदपुर: सरकार की उपेक्षापूर्ण रवैये के विरोध में जिला, अनुमंडल और प्रखंड के तृतीय वर्गीय कर्मचारी मंगलवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गये. पहले दिन हड़ताली कर्मी डीसी कार्यालय में बैठकर दिन भर नारेबाजी करते रहे. इससे सभी विभागों में कामकाज बाधित रहा.
झारखंड राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ ( समाहरणालय संवर्ग) राज्य स्तरीय संघर्ष समिति के बैनर तले 18 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल की घोषणा की थी. डीसी कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय, प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय में कार्यरत तृतीय वर्गीय कर्मचारियों ने सुबह कार्यालय खुलने के साथ ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. धरना को संघ के अध्यक्ष नवीन कुमार, महासचिव शंकर पाल, संतोष प्रभाकर, संतोष झा, शिवनारायण सिंह, असलम अंसारी, ममता दास, जयचंद्र महतो, अलखोल खालको, कृष्णा चौधरी, सुनील गिरि आदि ने संबोधित किया.
कर्मियों की मुख्य मांगें
लिपिकों को समायोजित कर पदनाम समाहरणालय सहायक किया जाये
सेवा शर्त नियमावली में संशोधन कर प्रोन्नति की व्यवस्था हो
कार्यालय अधीक्षक एवं अपर अधीक्षक पद को राजपत्रित पद घोषित किया जाये
केंद्र की तर्ज पर प्रोन्नति की व्यवस्था हो
तीन वर्षो में सीमित परीक्षा के माध्यम से प्रोन्नति मिले
अनुसचिवीय कर्मचारी का ग्रेड वेतन 1900 से 2400 किया जाये
कार्यालयों में सन्नाटा, कामकाज ठप : हड़ताल के कारण पहले दिन लिपिकीय कार्य ठप रहे. एक विभाग से दूसरे विभागों में जाने वाली फाइल व पत्र का मूवमेंट रुक गया तो राजस्व न्यायालय का कार्य भी बाधित रहा. सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन ब्लॉक स्तर पर ठप हो गया. किसी तरह के प्रमाण पत्र निर्गत नहीं हुआ. जिला मुख्यालय के राजस्व शाखा, स्थापना शाखा, सामान्य शाखा, सामाजिक सुरक्षा, बंदोबस्त कार्यालय, विधि शाखा, भू अजर्न शाखा, टाटा लीज, राशनिंग, मेसो, नजारत एवं अनुमंडल कार्यालय में न्यायालय, सामाजिक सुरक्षा, विकलांग पेंशन एवं डीसीएलआर कार्यालय में राजस्व संबंधी कामकाज, ओबीसी आय प्रमाण पत्र, नीलामपत्रवाद, आरपीवाद मामलों की सुनवाई प्रभावित रही.