जमशेदपुर: सोनारी स्थित ट्राइबल कल्चरल सोसाइटी में रविवार को अखिल भारतीय आदिवासी महासभा पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला खरसावां जिला समिति ने संयुक्त रुप से आदिवासी छात्र-छात्रओं व युवाओं के लिए समर कैंप लगाया. इसमें युवाओं को पांचवी अनुसूची, सूचना का अधिकार, रोजगार और व्यवसाय, रूढ़ि और प्रथा व शिक्षा के संबंध में बताया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विजय कुजूर व विशिष्ट अतिथि महासभा के जिला अध्यक्ष कृष्णा हांसदा, जुगसलाई तोरोफ परगाना दासमात हांसदा, मार्शल देवगम, भीम हेंब्रम, नायके हेंब्रम उपस्थित थे. कार्यक्रम में विजय कुजूर ने बताया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आदिवासियों को क्या करना चाहिए और क्यों करना चाहिए? आज आदिवासी विस्थापित हो रहे हैं. पूरे भारत में 80 प्रतिशत आदिवासी नक्सली क्यों हैं? आजादी के 68 साल बाद भी आदिवासी क्यों विकास नहीं कर सके? इन सारे बिंदुओं पर युवाओं को चिंतन-मंथन करने की जरूरत है. कुजूर ने कहा कि युवाओं को शैक्षणिक रूप से मजबूत होने के साथ-साथ अपने हक के लड़ाई लड़ने की जरूरत है.
कैंप में 250 युवाओं ने आदिवासी समाज के युवा विचारों का आदान-प्रदान किया. कैंप को सफल बनाने में जेस्सी कालुंडिया, अनिल लागुरी, बीरेंद्र सामद, प्रकाश जामुदा, रवि पाड़ेया, प्रीतेश खालखो, अमृत तिडू, नामजन कोंगारी, विल्सन चांपिया, इमानुल तिग्गा, रोशन तिग्गा ने योगदान दिया.