जमशेदपुर: शहर के कॉलेजों में पठन-पाठन की स्थिति किसी से छुपी नहीं है. इसके साथ ही मरम्मत के अभाव में कॉलेजों की आधारभूत संरचना भी ध्वस्त होने के कगार पर पहुंचने लगी है. छत से बरसात का पानी टपकता है, दीवारों से भी पानी का रिसाव हो रहा है और इसी स्थिति में कक्षाएं चल रही हैं. यहां तक कि परीक्षाएं भी संचालित हो रही हैं. शहर का को-ऑपरेटिव कॉलेज और वर्कर्स कॉलेज इसका ताजा उदाहरण है. को-ऑपरेटिव कॉलेज में 24 अगस्त से पीजी केमेस्ट्री की प्रायोगिक परीक्षा आरंभ हो रही है. इसे लेकर शिक्षकों की चिंता बढ़ गयी है.
कहां बैठेंगे एक्सटर्नल, कैसे होगी परीक्षा
कोल्हान विश्वविद्यालय को सर्वाधिक गोल्ड मेडलिस्ट (टॉपर) देनेवाले को-ऑपरेटिव कॉलेज की केमेस्ट्री लैब बदहाल है. लैब में बारिश का पानी जम गया है. छत से लगातार पानी टपकता है और दीवारों से रिसाव हो रहा है. केमेस्ट्री लैब-1 से लेकर 4 तक की कमोबेश यही स्थिति है. इसके साथ ही फैकल्टी रूम में जल जमाव है. बगल में ही स्टोर है, जहां लाखों रुपये के केमिकल रखे हैं.
शिक्षकों को चिंता सता रही है कि यदि स्टोर में पानी घुस गया, तो सारा केमिकल बेकार हो जायेगा. पास इसी ब्लॉक में दो थियेटर भी हैं, जहां पानी टपक रहा है. इनमें से एक में तो कक्षाएं भी नहीं हो रही हैं और दूसरे में पानी टपक रहा है, किसी तरह शिक्षक क्लास ले रहे हैं.