उपमुख्य संवाददाता जमशेदपुर : मुसलिम समुदाय के लिए 11वीं शरीफ का महीना नूरानी महीना के रूप में हजरत सैयद मुहीउद्दीन अबू मोहम्मद अब्दुल कादिर जिलानी की मुकद्दस में याद किया जाता है. यह महीना शुरू हो गया है. वे सिलसिला ए कादरी के संस्थापक थे. 470 हिजरी में बगदाद (इराक) में जाहीरी दुनिया में तशरीफ लाये. इसलामी कैलेंडर के मुताबिक यह अरबी माह (11 रबी उस सानी) अर्थात आम बोलचाल में 11वीं के महीने के नाम से प्रचलित है. शनिवार को बाद नमाज ए मगरिब सैयदना गौसुल आजम की याद में फातिहा ख्वानी का सिलसिला पूरे शहर में शुरू हुआ. शाम लंगर की फातिहा ख्वानी के साथ कल से नगर में भी लंगर ए गौस उल आजम का एहतेमाम शुरू हो गया है. मानगो में मतलूव अनवर खान के आवास पर रविवार को मगरिब की नमाज के बाद फातिहा ख्वानी का आयोजन किया जायेगा. जुगसलाई में जामा मसजिद के सामने भव्य मिलादशरीफ का आयोजन हुआ, जिसमें सय्यदना गौस उल आजम के जीवन पर प्रकाश डाला गया. आयोजन में हाफिज बशारत हुसैन ने सामूहिक दुआ की. 11वीं शरीफ के पूरे माह लंगर और फातिहा ख्वानी का आयोजन किया जाता है.
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सय्यदना गौस उल आजम की याद में फातिहा ख्वानी, लंगर का शुरू (31 ोजा)
उपमुख्य संवाददाता जमशेदपुर : मुसलिम समुदाय के लिए 11वीं शरीफ का महीना नूरानी महीना के रूप में हजरत सैयद मुहीउद्दीन अबू मोहम्मद अब्दुल कादिर जिलानी की मुकद्दस में याद किया जाता है. यह महीना शुरू हो गया है. वे सिलसिला ए कादरी के संस्थापक थे. 470 हिजरी में बगदाद (इराक) में जाहीरी दुनिया में तशरीफ […]
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