22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हेल्थ बुलेटिन – डॉ. मनोज यादव

डॉ. मनोज यादव, जनरल सर्जन ऑपरेशन से फिस्टुला का इलाज संभव कई लोग फिस्टुला को बवासीर समझ लेते हैं. जबकि दोनों दो अलग-अलग बीमारी है. फिस्टुला को एक तरह से भगंदर कहा जा सकता है. इसके चलते पाखाना के रास्ते के आसपास एक छेद बन जाता है. इससे पस निकलता है. काफी तेज दर्द होता […]

डॉ. मनोज यादव, जनरल सर्जन ऑपरेशन से फिस्टुला का इलाज संभव कई लोग फिस्टुला को बवासीर समझ लेते हैं. जबकि दोनों दो अलग-अलग बीमारी है. फिस्टुला को एक तरह से भगंदर कहा जा सकता है. इसके चलते पाखाना के रास्ते के आसपास एक छेद बन जाता है. इससे पस निकलता है. काफी तेज दर्द होता है. इसे नजरअंदाज करने से यह काफी खतरनाक बन जाती है. फिस्टुला की जांच के लिए डिजिटल एनस यानी पाखाने के रास्ते का परीक्षण कर इलाज किया जाता है. इसका सर्जरी ही एक मात्र उपचार है. इसके सर्जरी को फिस्टुलेक्टेंमी कहा जाता है. ऑपरेशन के जरिये भीतरी से लेकर बाहरी मार्ग तक फैले फिस्टुला को निकाल दिया जाता है. इस सर्जरी में आमतौर पर टांके नहीं लगाये जाते. जख्म को धीरे-धीरे प्राकृतिक तरीके से भरने दिया जाता है. बीमारी – फिस्टुलालक्षण- पाखाने के रास्ते में तेज दर्द होना, वहां से मवाद व खून का रिसाव होना. उपाय- ऑपरेशन है उपचार, डॉक्टर की सलाह लें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें