जमशेदपुर : गुरुवार को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़े गये ग्रामीण विकास विभाग के जेई सुरेश प्रसाद वर्मा के एनएच किनारे आनंद बिहार कॉलोनी स्थित घर से शुक्रवार को एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने 2 करोड़ 44 लाख 80 हजार रुपये बरामद किये हैं. इसके अलावा आभूषण तथा दस जमीन के कागजात भी बरामद किये गये हैं जो जमशेदपुर और पटना के हैं तथा उनकी पत्नी पुष्पा के नाम से है. गुरुवार को टीम ने जेइ के घर से 65 हजार रुपये बरामद किया था.
शुक्रवार की सुबह आठ बजे जेई के घर पहुंची चार सदस्यीय टीम ने घर के प्रथम तल्ला में एक कमरा में रखे अलमारी से उक्त रुपये बरामद किये. सभी नोट दो हजार और पांच सौ के थे. जिसे अलमारी में अलग-अलगरखा गया था. छापामारी के दौरान सुरेश कुमार वर्मा के घर पर उनका भतीजा आलोक रंजन था.
हालांकि जिस कमरे से रुपये बरामद किये गये उक्त कमरा को आलोक रंजन ने चीफ इंजीनियर वीरेन्द्र राम का बताया है. एसीबी की टीम इसकी भी जांच कर रही है. अलमारी में रखे नोटों की गिनती करने में टीम को सात घंटे लग गये. जांच के क्रम में टीम पहले नीचे के कमरों को खंगाला, लेकिन कुछ भी नहीं मिला.
जिसके बाद टीम के सदस्य प्रथम तल्ला में बने कमरे में गये, जहां एक कमरे से रुपये बरामद हुए. एसीबी की टीम सुरेश प्रसाद वर्मा के भतीजे आलोक रंजन को पूछताछ के लिए एसीबी थाना ले गयी. इधर, गिरफ्तार जेई सुरेश प्रसाद वर्मा को एसीबी की टीम ने शुक्रवार को जेल भेज दिया. इस संबंध में साकची राजेंद्र नगर निवासी विकास शर्मा के बयान पर एसीबी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एसीबी डीएसपी अरविंद कुमार सिंह की अगुवाई में हुई छापामारी टीम में एसीबी के नागेंद्र मंडल, मदन मोहन सिंह और जितेंद्र दूबे शामिल थे.
क्या है मामला
साकची राजेंद्र नगर निवासी विकास शर्मा का ग्रामीण विकास विभाग में जय माता दी इंटरप्राइजेज के नाम से ठेका चलता है. उक्त कंपनी की संचालक उनकी मां दीपा शर्मा में हैं. सरायकेला के तामुलिया में ग्रामीण विकास विभाग की ओर से 11 लाख 54 हजार नौ सौ 64 रुपये के पीसीसी रोड का ठेका विकास शर्मा की कंपनी को मिला था.
जेई द्वारा सात लाख रुपये का बिल क्लियर करने के एवज में 28 हजार रुपये की मांग की गयी थी. इसके लिए जेई सुरेश प्रसाद वर्मा ने विकास शर्मा को रुपये लेकर साकची बुलाया था.
विकास शर्मा रिश्वत नहीं देना चाहते थे. उन्होंने इसकी शिकायत एसीबी से की. जांच में मामला सही पाये जाने पर एसीबी की टीम ने गुरुवार को सुरेश प्रसाद वर्मा को साकची से 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. कोल्हान में ही सुरेश प्रसाद वर्मा ने गुजार दिये 25 साल : जेई सुरेश प्रसाद वर्मा ने अपने कार्यकाल के करीब 25 वर्ष कोल्हान में ही गुजार दिये हैं