जमशेदपुर :टाटा कमिंस प्रबंधन और यूनियन के बीच सोमवार को भी बोनस पर सहमति नहीं बन सकी. अगले तीन साल के लिए बोनस समझौता के लिए जिस फॉर्मूले का प्रस्ताव दिया गया है. उस मैट्रिक्स पर प्रबंधन और यूनियन के बीच सहमति नहीं बन पा रही है. सोमवार को पांच घंटे चली वार्ता में मैट्रिक्स को लेकर जिच कायम रहने से वार्ता बिना नतीजे के समाप्त हो गयी.
प्रबंधन की ओरसे बोनस के लिए प्रॉफिट पर 7 प्रतिशत, प्रोडक्शन पर 6 प्रतिशत तथा बीआइएस पर सात सात प्रतिशत मैट्रिक्स का प्रस्ताव दिया गया है. नये फॉर्मूले के तहत भविष्य में 20 प्रतिशत बोनस मिलना मुश्किल है. इस साल टाटा कमिंस में बोनस फॉर्मूला तय है. तय फॉर्मूले के तहत इस साल 18.75 प्रतिशत बोनस होना है.
प्रबंधन और यूनियन के बीच अगले तीन साल के लिए नये बोनस फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन पा रही है. इस वजह से बोनस समझौता लटका हुआ है. यूनियन इस साल बोनस की राशि पहले देने की मांग रख चुकी है. जबकि प्रबंधन समझौता नहीं होने पर 8. 33 प्रतिशत देने का दबाव बनाये हुए है. वार्ता में प्लांट हेड मनीष झा, दीप्ति महेश्वरी और यूनियन की ओर से स्टीयरिंग कमेटी के तमाम सदस्य मौजूद थे.