जमशेदपुर: जेम्को में स्नूकर खिलाड़ी अरुण नामता की हत्या का फरार आरोपी सतनाम सिंह उर्फ गोल्डी ने शुक्रवार की सुबह छह बजे एसएसपी एवी होमकर के आवास पर सरेंडर किया. वहीं गोल्डी की परिचित प्रीति जायसवाल को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गोल्डी ने अरुण को 1.50 लाख रुपये कर्ज देने और 15 लाख रुपये बकाया का हिसाब-किताब में हुए विवाद को लेकर गोली मारने की बात पुलिस को कही है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. दोनों को शनिवार को जेल भेजा जायेगा. इसकी जानकारी एसएसपी एवी होमकर ने संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने कहा कि गोल्डी ने जिस हथियार से अरुण की हत्या की थी, वह राइफल जब्त कर लिया गया है. राइफल का लाइसेंस जमशेदपुर से निर्गत था. इसके अलावा पंजाब से दो माह पूर्व पिस्टल का लाइसेंस गोल्डी ने जारी कराया था. पिस्टल को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है.
मालूम हो कि 21 जून को गोल्डी ने अरुण नामता की हत्या कर दी थी.
इस संबंध में अरुण की बहन मंजू रजक के बयान पर सतनाम सिंह गोल्डी, जागीर सिंह, प्रीति जायसवाल व अंगरक्षक तरुण के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था.
दिल्ली, पंजाब, मुबंई में पुलिस ने बिछाया था जाल
एसएसपी ने बताया कि गोल्डी की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस की विशेष टीम गठित की थी. टीम में गोलमुरी थाना प्रभारी नेहालुद्दीन, टेल्को थाना प्रभारी कमलेश्वर पांडेय, साकची थाना प्रभारी गोपाल सिंह, टेल्को अंचल इंस्पेक्टर सुमन आनन, सीतारामडेरा थाना प्रभारी सुनील कुमार चौधरी व साकची थाना के विरेंद्र टोप्पो को शामिल किया गया था. टीम के कुछ सदस्य गोल्डी की गिरफ्तार के लिए मुबंई समेत अन्य राज्यों में छापामारी करने गये थे. पुलिस ने गोल्डी की तसवीर दिल्ली, पंजाब, मुबंई और अन्य कई राज्यों में बस स्टैंड, एयरपोर्ट तथा रेलवे स्टेशन में जारी कर दिया था.
अन्य आरोपियों पर अनुसंधान जारी
एसएसपी ने बताया कि मामले में गोल्डी के पिता और अंगरक्षक की भूमिका पर पुलिस अनुसंधान कर रही है. प्रथम दृष्टि में अंगरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है.