जमशेदपुर : अपनी बेटी लक्ष्मी से मिलने के लिए उनकी बुढ़ी मां गायत्री सारवान दर-दर की ठोकरें खा रही हैं, लेेकिन कोई भी उनकी मदद नहीं कर रहा है. बेटी के घर जाने पर उनका नाती किशोर और पिंटू उसकी पिटाई करते हैं. दोनों की पत्नी भी बूढ़ी मां के साथ मारपीट करती है. सभी की शिकायत लेकर गायत्री बुधवार को महिला थाना पहुंची, तो वहां मौजूद पदाधिकारियों उनको कहा कि यहां से जाओ.
यहां कोई मदद नहीं मिलेगी, ज्यादा परेशानी होने पर 100 नंबर डायल कर पुलिस को बुला लो, पर यहां से जाओ. इसके बाद गायत्री अपना आवेदन लेकर मौके से चली गयी. गायत्री ने बताया कि वह बागबेड़ा ग्वाला पट्टी की रहने वाली है. उनकी बेटी बागबेड़ा गाड़ीवान पट्टी में रहती है. उसके पति भोला रेलवे कर्मचारी थे.
पति के मौत के बाद वह पति की नौकरी अपनी बेटी लक्ष्मी को दे दी, जिसके बाद जब लक्ष्मी के बेटे बड़े हो गये, तो वे लोग अपनी मां लक्ष्मी की नौकरी को प्राप्त करना चाहा. प्रारंभ में वे लोग अपने स्तर से काफी प्रयास किया, जब रेलवे में बात नहीं बनी तो उन लोगों ने अपनी मां को सूई देकर अनफिट कर दिया और नौकरी के लिए आवेदन डाला.
इस दौरान दोनों बेटों ने अपनी मां लक्ष्मी को पागलखाना भी भेज दिया, लेकिन उसके बाद भी अब तक उसकी नौकरी बेटों को नहीं मिली. जिसको लेकर किशोर और उसकी पत्नी लक्ष्मी को भीख मांग कर खाने के लिए घर से भेज देती है, जब भी लक्ष्मी की मां गायत्री उससे मिलने जाती है, तो किशोर और उसकी पत्नी लक्खी उससे मिलने नहीं देती है और ज्यादा जिद करने पर उसके साथ मारपीट भी की जाती है.
गायत्री ने बताया कि उनकी बेटी लक्ष्मी बिष्टुपुर में एक धार्मिक स्थल के पास भीख मांगती है, लेकिन दो फरवरी से लक्ष्मी के बेटे-बहू ने उसे कमरा में बंद कर रखा है. वह उससे मिलने के लिए भी घर गयी थी, लेकिन उन लोगों ने उससे मिलने नहीं दिया. जिसके बाद वह शिकायत लेकर महिला थाना आयी थी, लेकिन यहां भी कोई मदद नहीं मिली.