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जमशेदपुर : हत्या के कारणों का नहीं चला पता, भाई-बहन के बीच विवाद की जांच कर रही पुलिस
जमशेदपुर : कदमा के रामजनम नगर के शिभम शौर्य उर्फ ओम का 15 दिसंबर को जन्मदिन था. परिवार उसके जन्मदिन की तैयारी में जुटा था. फोन से सगे-संबंधियों को जन्मदिन पर आमंत्रण की सूचना दी जा चुकी थी. कैटरिंग से लेकर आयोजन से जुड़े दूसरे इंतजाम किये जा रहे थे. इस बीच अचानक पहले शिवम […]
जमशेदपुर : कदमा के रामजनम नगर के शिभम शौर्य उर्फ ओम का 15 दिसंबर को जन्मदिन था. परिवार उसके जन्मदिन की तैयारी में जुटा था. फोन से सगे-संबंधियों को जन्मदिन पर आमंत्रण की सूचना दी जा चुकी थी.
कैटरिंग से लेकर आयोजन से जुड़े दूसरे इंतजाम किये जा रहे थे. इस बीच अचानक पहले शिवम लापता हुआ फिर उसका शव मिलने से परिजनों पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा.
परिजनों के अनुसार शिवम बिष्टुपुर स्थित संत मैरीज प्ले स्कूल में था. शिवम के पिता आनंद मिश्रा बिष्टुपुर में इंजीनियरिंग व मेडिकल की तैयार कराने वाले इंस्टीट्यूट में काम करते हैं. हत्या के कारणों को लेकर पुलिस सुराग खंगाल रही है.
हत्या के आरोपी मामा आशुतोष से बहन और बहनोई से किसी तरह के विवाद की जानकारी पुलिस को नहीं दी है. हालांकि पुलिस ने लापता होने की सूचना के बाद टावर लोकेशन आरआइटी क्षेत्र होने पर डीएसपी अरविंद कुमार, थानेदार जीतेंद्र ठाकुर व आरआइटी थाना की पुलिस ने क्षेत्र में तलाश शुरू की थी, लेकिन फोन बंद हो जाने के कारण पुलिस की जांच बाधित हो गयी.
सिक्यूरिटी एजेंसी में रिलीवर था अाशुतोष. शिवम के नाना और आशुतोष के पिता कौशल कुमार को पुलिस कदमा थाना में रखकर पूछताछ कर रही है.
कौशल ने पुलिस को बताया कि आशुतोष सोनारी की टैरियर सिक्यूरिटी एजेंसी में रिलीवर था. 11 दिसंबर को आशुतोष की कदमा इसीसी फ्लैट में ड्यूटी थी. आठ घंटे की ड्यूटी के बाद वह नाश्ता करने चला गया. उस समय इसीसी फ्लैट में कोई गार्ड नहीं था. यह जानकारी होने पर सुपरवाइजर ने आशुतोष को काम से बैठा दिया. इसे लेकर आशुतोष काफी चिंतित था.
12 दिसंबर को दिन में 1.15 बजे आशुतोष आदित्युपर स्थित घर से सोनारी सिक्यूरिटी एजेंसी के मालिक से बात करने निकला था. कुछ देर बाद फोन आया कि सिक्यूरिटी एजेंसी के पदाधिकारी ने उसे माफीनामा लिखकर देने काे कहा है. इसके बाद दूसरे बेटे अभिनव का फोन आया कि आशुतोष भांजा शिवम को लेकर निकला है और अब उसका फोन बंद है.
वह काम छोड़कर आदित्यपुर से कदमा पहुंचे और आशुतोष की तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला. आशुतोष अक्सर बागबेड़ा निवासी दीपक से बातचीत करता था. पुलिस दीपक के घर पहुंची, तो उसने बताया कि आशुतोष से उसकी अंतिम बातचीत रात सवा 10 बजे हुई थी.
बच्चे का शव कैसे पहुंचा जानकारी नहीं : सुरक्षाकर्मी
कदमा निवासी शिवम का शव आदित्यपुर आरआइटी के प्लेटिना सिटी में कैसे पहुंचा, यह जानने के लिए पुलिस ने प्लेटिना सिटी में बीती रात तैनात सुरक्षाकर्मी वशिष्ट कुमार सिंह (आदित्यपुर रोड नंबर दो) और शंकर मुखी (आदित्यपुर इच्छापुर ग्वालाबस्ती) को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
दोनों सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस को बताया कि प्लेटिना सिटी में बाउंड्रीवाल नहीं है. दोनों ओर बांस की बल्ली से बनाकर गेट बनाया गया है. वहीं पर बीती रात दोनों ड्यूटी पर थे. रात 12 बजे तक वह घूम-घूम कर निगरानी कर रहे थे.
12 बजे कुहासा बढ़ने के बाद से कुछ पता नहीं चला. गुरुवार की सुबह छह बजे ड्यूटी समाप्त होने पर वह अपने घर चले गये. सुबह सवा सात बजे फ्लैट के तीसरे तल्ले से किसी चालक ने बच्चे का शव देखा और सूचना पुलिस को दी. इसके बाद उन्हें फोन कर बुलाया गया. उन्हें यह जानकारी नहीं है कि बच्चे का शव अंदर कैसे पहुंचा.?
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