तीन वर्षों के लिए किया गया अनुबंध परियोजना ने दो साल से भी कम समय में किया खत्म
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रूसा के पूर्व सलाहकार विभागीय सामग्री लेकर गायब, नोटिस
तीन वर्षों के लिए किया गया अनुबंध परियोजना ने दो साल से भी कम समय में किया खत्म जमशेदपुर : झारखंड के उच्च शिक्षा जगत के लिए हैरान कर देने वाली घटना घटी है. उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय में सलाहकार के […]
जमशेदपुर : झारखंड के उच्च शिक्षा जगत के लिए हैरान कर देने वाली घटना घटी है. उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय में सलाहकार के रूप में अनुबंध पर बहाल किये गये प्रसून सेंगर पद से हटाये जाने के करीब एक माह बाद तक विभागीय सामग्री जमा नहीं कर रहे हैं.
स्थिति ऐसी पैदा हो गयी है कि उच्च शिक्षा निदेशक अबू इमरान को सेंगर के खिलाफ नोटिस जारी करना पड़ा है. पत्र में कहा गया है कि प्रसून सेंगर रूसा कार्यालय की सामग्री जमा नहीं कर रहे. लिहाजा उन्हें तीन दिनों के अंदर रूसा कार्यालय से प्राप्त सामग्री की सूची बनाकर उपनिदेशक सह एसएनओ, रूसा को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. विभागीय सूत्रों की माने तो सेंगर के पास विभाग के कई अहम दस्तावेज हैं. इसके बगैर रूसा का काम प्रभावित हो रहा है. संबंधित नोटिस प्रसून के धनबाद स्थित घर के पते पर भेजा गया है.
क्या है पूरा मामला
रूसा के राज्य परियोजना निदेशालय के सलाहकार के पद पर प्रसून सेंगर की नियुक्ति तीन मई 2016 को की गयी. कार्यरत अवधि के दो वर्ष पूरे हाेने से पहले ही उत्तरार्ध में उनकी सेवा संतोषप्रद नहीं पाई गयी. इसके आधार पर उन्हें 16 फरवरी 2018 का एकरारनामा की कंडिका 5, 6 एवं 9 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए पदमुक्त कर दिया गया. संबंधित पत्र विभागीय सचिव के अनुमोदन के आधार पर अवर सचिव रविन्द्र कुमार सिंह की ओर से जारी किया गया. संबंधित पत्र के करीब एक माह होने को हैं. इस बीच विभागीय निदेशक सह आइएएस अधिकारी अबू इमरान की ओर से नोटिस जारी किया गया है. संबंधित नोटिस की प्रति धनबाद स्थित प्रसून सेंगर के पते पर भेजी गयी है.
संबंधित मामले में विभाग की ओर से पत्र जारी किया गया है. हम उम्मीद करते हैं कि सेंगर निर्धारित समय के अंदर संबंधित सामग्री जमा कर देंगे.
शंभू दयाल सिंह, नोडल ऑफिसर, रूसा, झारखंड
कुछ लोगों को मेरी कार्यशैली नहीं पसंद आ रही. वीमेंस कॉलेज के यूनिवर्सिटी बनाने के लिए बनने वाले डीपीआर के सवाल पर कोई कुछ क्यों नहीं करता. मैंने नोटिस के आलोक में उच्च शिक्षा निदेशक के समक्ष अपना पक्ष रख दिया है. विभागीय कार्रवाई के खिलाफ मंत्री स्तर पर अपील दायर कर रखी है. मेरे पास विभाग का कोई कागजात नहीं है. एक लैपटॉप है. इस बारे में जानकारी दे दी है. कुछ लोग परियोजना में गलत काम कर रहे हैं. नहीं चाह रहे कि नियमानुसार काम हो.
प्रसून सेंगर, पूर्व सलाहकार, रूसा
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