जमशेदपुर : टाटा स्टील में वाहन की गति सीमा और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाले कर्मचारियों को प्रोन्नति नहीं दी जायेगी. इसके अलावा उनके वेतन से भी कटौती की जा सकती है. इसको लेकर कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों से बांड भरवाने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, अगर कर्मचारी वाहन गति सीमा का उल्लंघन करते […]
जमशेदपुर : टाटा स्टील में वाहन की गति सीमा और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाले कर्मचारियों को प्रोन्नति नहीं दी जायेगी. इसके अलावा उनके वेतन से भी कटौती की जा सकती है. इसको लेकर कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों से बांड भरवाने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, अगर कर्मचारी वाहन गति सीमा का उल्लंघन करते पकड़े जायेंगे, उन्हें न तो भविष्य में कोई प्रोन्नति दी जायेगी और न ही किसी विभागीय गतिविधि में भाग लेने दिया जायेगा.
इसको लेकर सभी कर्मचारियों से एक शपथ पत्र भरवाया जायेगा. प्रबंधन ने तीन नवंबर को एलडी-1 विभाग में पेमेंट स्लिप के साथ सभी कर्मचारियों को शपथ पत्र भरने के लिए दिया था. शपथ पत्र में जब यह पढ़ा कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने पर प्रोन्नति नहीं मिलेगी तो कर्मचारी नाराज हो गये अौर हंगामा करने लगे. एलडी-1 के कमेटी मेंबर भी नाराज हो गये. इसकी शिकायत तुरंत टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष से की गयी. अध्यक्ष आर रवि प्रसाद एलडी-1 विभाग में पहुंचे और प्रबंधन से बात की.
इस मौके पर अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की नयी परंपरा क्यों शुरू की जा रही है. किसी कर्मचारी को प्रोन्नति देना या नहीं देना प्रबंध निदेशक के स्तर का मामला है. ऐसे नियम ग्लोबल स्तर पर प्रभावी किये जाते हैं. किसी एक विभाग में इस तरह का नियम कैसे लागू कर सकते हैं. यूनियन और कर्मचारियों के कड़े विरोध के बाद प्रबंधन बैकफुट पर आया और शपथ पत्र वापस ले लिया गया. बताया जाता है कि कंपनी की ओर से इसको लागू करने के पहले एलडी वन में टेस्टिंग की गयी, जिसको कर्मचारियों ने रोक दिया.
नियमों का पालन करने वाले को थैंक्यू कहेंगे चीफ
पिछले दिनों जेडीसी में यह बात आयी थी कि जो भी लोग सड़क सुरक्षा की बार-बार अनदेखी कर रहे हैं, उन्हें कैसे सुधारा जाये. कंपनी नियमों के अनुसार तो ऐसे लोगों पर कार्रवाई होती ही है मगर जेडीसी को अपने स्तर से भी पहल करनी चाहिए. तय हुआ था कि जो कर्मचारी विभागीय स्तर पर नियमों का बेहतर पालन करेंगे उन्हें चीफ के माध्यम से शुक्रिया पत्र भेजा जायेगा. साथ ही जो लोग उल्लंघन करेंगे उन्हें अगले छह माह तक शबाशी अवार्ड नहीं दिया जायेगा. प्रबंधन ने इसमें प्रोन्नति रोकने का एक प्वाइंट और जोड़ दिया.