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डीआरडीए कर्मी की पत्नी को मिलेगी नौकरी

शव के साथ उपायुक्त कार्यालय पहुंचे परिजन, डीडीसी ने वार्ता के बाद दिया आश्वासन जमशेदपुर : गोविंदपुर हॉल्ट के पास ट्रेन से कट कर जान देने वाले जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) के दैनिक वेतनकर्मी शिवेंद्र कुमार सिंह की पत्नी वैदेही देवी को उनके स्थान पर नौकरी दी जायेगी. साथ ही बेटी अौर बेटा के […]

शव के साथ उपायुक्त कार्यालय पहुंचे परिजन, डीडीसी ने वार्ता के बाद दिया आश्वासन

जमशेदपुर : गोविंदपुर हॉल्ट के पास ट्रेन से कट कर जान देने वाले जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) के दैनिक वेतनकर्मी शिवेंद्र कुमार सिंह की पत्नी वैदेही देवी को उनके स्थान पर नौकरी दी जायेगी. साथ ही बेटी अौर बेटा के पढ़ाई का खर्च प्रशासनिक पदाधिकारी वहन करेंगे. वहीं शुक्रवार को जिला समाहरणालय के सभी अधिकारी-कर्मचारी एकत्रित होंगे अौर आपस में जो राशि एकत्रित होगी, उससे परिवार को आर्थिक मदद की जायेगी. यह निर्णय गुरुवार को डीडीसी सूरज कुमार,
एनइपी की निदेशक रंजना मिश्रा, डीआरडीए की निदेशक उमा महतो एवं शिवेंद्र सिंह के परिवार वालों के बीच हुई वार्ता में लिया गया. शिवेंद्र सिंह सोमवार की शाम अपने कार्यालय से निकले थे अौर मंगलवार को उनकी लाश गोविंदपुर हॉल्ट के पास रेलवे लाइन पर मिली थी. गुरुवार को दिन में शिवेंद्र सिंह की पत्नी वैदेही देवी, बेटा-बेटी, पटना से आये भाई मिथलेश कुमार सिंह एवं अन्य रिश्तेदारों के साथ उपायुक्त कार्यालय पहुंची. परिवार वालों के आने की जानकारी पर डीडीसी सूरज कुमार, एनइपी की निदेशक रंजना मिश्रा,
डीआरडीए की निदेशक उमा महतो कार्यालय पहुंची अौर परिवार के लोगों से बात की. पत्नी वैदेही देवी ने बेटी एवं बेटे के भविष्य को देखते हुए नौकरी एवं अन्य तरह की मदद की आग्रह की. डीडीसी ने सरकारी या संविदा पर नौकरी का आश्वासन देने में असमर्थता जतायी अौर मानवीय आधार पर पत्नी को शिवेंद्र सिंह की तरह दैनिक वेतनकर्मी की नौकरी देने तथा बेटा-बेटी को पढ़ाई में मदद का आश्वासन दिया. इस दौरान रिश्तेदार लोग पोस्टमार्टम हाउस से शव लेकर उपायुक्त कार्यालय परिसर पहुंच गये.
रिश्तेदारों की मौजूदगी में परिवार वालों के साथ पुन: डीडीसी की बातचीत हुई अौर डीडीसी के आश्वासन पर परिवार वाले सहमत हुए, जिसके बाद शव को न्यू बारीडीह स्थित घर ले जाने के बाद शाम में भुइयांडीह बर्निंग घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया. अंतिम संस्कार के बाद परिवार वाले छपरा स्थित गांव के लिए रवाना हो गये हैं. शिवेंद्र सिंह छपरा-सारण के नैनी गांव के टोला जगदीश पट्टी के रहने वाले थे. बेटा-बेटी की पढ़ाई का खर्च डीडीसी अौर रंजना मिश्रा उठायेंगी. शिवेंद्र सिंह की बेटी स्वाति कुमारी और बेटे सुशांत गौतम की पढ़ाई का खर्च डीडीसी सूरज कुमार एवं एनइपी की निदेशक रंजना मिश्रा वहन करेंगी.
परिवार वालों से बातचीत के बाद डीडीसी सूरज कुमार ने पीअो की तैयारी कर रही बेटी को कोचिंग का खर्च वहन करने तथा जेपीएस स्कूल में 8वीं में पढ़ाई कर रहे बेटे की पढ़ाई का खर्च एनइपी की निदेशक रंजना मिश्रा ने वहन करने की बात कही. परिवार वालों द्वारा पदाधिकारियों के ट्रांसफर होने पर दोनों बच्चों की पढ़ाई बाधित होने की शंका जतायी, जिस पर डीडीसी अौर रंजना मिश्रा ने कहा कि उनके द्वारा यह व्यवस्था की जायेगी कि ट्रांसफर होने पर भी पढ़ाई बाधित नहीं हो अौर सीधे खाते से पैसे उनके फीस के लिए जमा हो जाये. प्रशासन व्यवस्था करे, बेटी-बेटा को कैसे पालेंगे : वैदेही देवी. डीडीसी से वार्ता के पूर्व वैदेही देवी ने प्रभात खबर से कहा कि स्थायीकरण के लिए उनके पति शिवेंद्र सिंह ग्यारह साल से ज्यादा समय से लड़ रहे थे.
इस दौरान घर का गहना तक बिक गया. हाइकोर्ट से फैसला उनके पक्ष में आया, इसके बावजूद उन्हें स्थायी नहीं किया गया. फाइल आयुक्त कार्यालय, ग्रामीण विकास विभाग अौर जिला प्रशासन के बीच घूमता रहा, लेकिन उन्हें स्थायी नहीं किया गया. पुन: उच्च न्यायालय में मामला जाने अौर ग्रामीण विकास विभाग से विचार का आदेश आने पर उन्हें संविदा पर नौकरी में हस्ताक्षर करने का दबाव था, ताकि उन्हें बहाल दिखा कर केस खत्म हो जाये. इस कारण से वह परेशान थे अौर जान दे दी. वह तो चले गये, लेकिन बेटा-बेटी को वह कैसे पालेगी प्रशासन इसकी व्यवस्था करे. हालांकि डीडीसी से वार्ता के बाद पत्नी वैदेही देवी मीडियाकर्मियों से बात नहीं की.
शिवेंद्र का अंतिम दर्शन करने नीचे आयें डीडीसी
कलश स्थापना की सरकारी छुट्टी होने के बावजूद परिवार वालों के आने की सूचना पर डीडीसी समेत सभी पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे. परिवार वालों से बातचीत में शव डीसी अॉफिस परिसर में होने की जानकारी मिलने पर डीडीसी, एनइपी की निदेशक अौर डीआरडीए की निदेशक तीन तल्ले से नीचे आये अौर हाथ जोड़ कर शव का अंतिम दर्शन किया.
शिवेंद्र सिंह के निधन से पूरा जिला प्रशासन अौर डीआरडीए प्रशासन दुखी है. शिवेंद्र सिंह के परिजनों से बातचीत के बाद उनकी पत्नी को डीआरडीए में दैनिक वेतनकर्मी की नौकरी देने का आश्वासन दिया गया है अौर इसके लिए उन्हें कागजात जमा करने कहा गया है. बेटी की कोचिंग का खर्च वह अौर बेटे की पढ़ाई का खर्च एनइपी की निदेशक वहन करेंगी. सूरज कुमार, उप विकास आयुक्त, पूर्वी सिंहभूम

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