6.5 किमी लंबी पटमदा-काटिन सड़क का निर्माण मार्च 2017 में पूरा हुआ था
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पटमदा : दो माह में धंस गयी 12.5 करोड़ की सड़क
6.5 किमी लंबी पटमदा-काटिन सड़क का निर्माण मार्च 2017 में पूरा हुआ था बारिश शुरू होते ही घटिया निर्माण की खुलने लगी पोल एक तरफ बन रही थी, दूसरी ओर टूटने लगी थी सड़क ग्रामीणों के विरोध पर पैच वर्क कर छोड़ दिया गया था पटमदा : वर्षों के इंतजार व आंदोलन के बाद मार्च […]
बारिश शुरू होते ही घटिया निर्माण की खुलने लगी पोल
एक तरफ बन रही थी, दूसरी ओर टूटने लगी थी सड़क
ग्रामीणों के विरोध पर पैच वर्क कर छोड़ दिया गया था
पटमदा : वर्षों के इंतजार व आंदोलन के बाद मार्च 2017 में पटमदा- काटिन लिंक पथ का निर्माण करीब 12.5 करोड़ रुपये से पूरा हुआ, जो निर्माण के दो माह बाद ही माचा से बिड़रा गांव के बीच धंस गयी है. जनता का लगातार आंदोलन और सांसद, विधायक व मुख्यमंत्री के प्रयास से सड़क बनी. यह सड़क पीडब्ल्यूडी (पथ निर्माण विभाग) की देख-रेख में मेसर्स लीडिंग कंस्ट्रक्शन (जमशेदपुर) ने निर्माण किया. पटमदा से काटिन तक साढ़े छह किलोमीटर सड़क शुरू से विवादों में रही. सड़क एक ओर से बन रही थी, तो दूसरी ओर टूट रही थी. ग्रामीणों के विरोध के बाद कंपनी ने विभाग के जेर्इ-एर्इ के साथ मिलकर नयी सड़क पर पैंच वर्क (चिप्पी साटकर) किया था. अब बरसात शुरू होते ही घटिया निर्माण का पोल खुलने लगी है. दो माह पूर्व बनी सड़क जहां-तहां धंस गयी है.
रांची की टीम ने उखाड़ कर बनाने का आदेश दिया था. ज्ञात हो कि सड़क निर्माण के दौरान रांची की टीम ने निरीक्षण किया था. टीम ने सड़क उखाड़ कर बनाने का आदेश जारी किया था. इसके बावजूद कंपनी ने विशेष सुधार नहीं किया. इसके कारण सड़क टूट रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सरकार अगर निगरानी करती, तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती.
पटमदा कटिन लिंक रोड के टूटने की जानकारी मुझे नहीं है, यदि ऐसा कहीं रोड टूटा हुआ है, तो देखता हूं, एजेंसी टूटे हुए रोड के हिस्से को दोबारा बनायेगी.
संजय कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता, प्रमंडल जमशेदपुर
मानक के अनुसार सड़क का निर्माण नहीं कराया गया : रामचंद्र. विधायक रामचंद्र सहिस ने कहा कि पटमदा से काटिन सड़क का निर्माण मानक के अनुसार नहीं कराया गया है. विभाग को गुणवत्तापूर्ण सड़क बनाने के लिए सही मॉनीटरिंग की अावश्यकता है. सरकारी राशि का दुरुपयोग करने का विभाग के उच्च अधिकारी से शिकायत की जायेगी. विभाग को वर्षों से एक क्षेत्र में जमे जेर्इ का तबादला करने की जरूरत है, ताकि निर्माण कार्य में सुधार हो सके.
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