जयनारायण
हजारीबाग : हजारीबाग के राजनीतिज्ञों की सुबह प्रारंभ होती है. मेन रोड स्थित झंडा चौक, विवेकानंद मिष्ठान भंडार से. चाई की दो चुस्कियों के साथ अखबारों का अवलोकन और छपे समाचारों पर प्रतिक्रिया. दर्जनों पेपर हॉकर झंडा चौक पर सुबह साइकिल खड़ा करते हैं, इसका भी फायदा राजनेता उठाते हैं.
फिर नहा-धोकर चकाचक खादी, कुरता, पैजामा, पैंट, शर्ट में सज संवर कर पहुंच जाते हैं कचहरी परिसर स्थित बरगद पेड़ के नीचे. यहां सभी दलों के नेता, कार्यकर्ता एक-दूसरे से मिल कर दिल्ली, रांची और हजारीबाग का चुनावी विश्लेषण कर लेते हैं. शाम ढलने के बाद फिर जमवाड़ा लगता है. ज्यादातर अलग-अलग ही मंडली जमाते हैं. चुनावी चौपाल देर रात तक जमता है. फिर कल का कार्यक्रम तय कर घर चले जाते हैं. नुक्कड़ सभाओं से लेकर पुतला दहन के लिए यह चौक चुनावी समर में सबसे अहम स्थल बन जाता है. भूतपूर्व विधायक एवं जनप्रतिनिधियों की भी उपस्थिति इस चौक में बढ़ गयी है. जनता भी अब समझने लगे हैं कि चुनाव नजदीक आ गया है.