साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन
हजारीबाग : साहित्यक संस्था परिवेश की ओर से पांच जून को सीआपीएफ कमांडेंट मुन्ना सिंह के झील परिसर स्थित आवास में साहित्यिक संगोष्ठी हुई. मुख्य प्रवक्ता कवि डॉ भारत यायावर ने कहा कि गांधी, बाबू रामनारायण सिंह व जेपी की परंपरा के वाहक हैं मुन्ना सिंह.
आज इस परंपरा को आगे ले जाने की जरूरत है. अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कवि डॉ शंभु बादल ने कहा कि वर्षों बाद इस तरह के पदाधिकारी किसी शहर में आते है. अपने सामाजिक, साहित्यिक और कलात्मक गतिविधियों के कारण जन -जन के दिलों में जगह बना पाते हैं. कमांडेंट मुन्ना सिंह ने कहा कि हमने यहां के लोगों से प्रेरणा ले कर झील की सफाई शुरू की थी.
गाजर घास का उन्मूलन भी इसी की कड़ी है. सोहराय व कोहबर कला को दीवारों पर चित्रित कर हमें काफी खुशी हुई. कवि गणेश चंद्र राही ने कहा कि मुन्ना सिंह फौजी ने हजारीबाग में अपनी विशेष पहचान बनायी है. विजय केसरी ने मुन्ना सिंह को निष्ठावान पदाधिकारी के अलावा कर्मठ समाजसेवी बताया. डॉ प्रमोद सिंह ने कहा कि मुन्ना सिंह जैसे व्यक्तित्व कभी विदा नहीं होते. करण, भैया विवेक प्रियदर्शी, बृजलाल राणा, लाला नरेंद्र किशोर, डॉ विकास कुमार, परमेश्वर सोनी, सुकांत, दयानंत व विंदेश्वरी वर्मा ने भी मुन्ना सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. धन्यवाद कशिश ने दिया.