हजारीबाग : सांसद यशवंत सिन्हा ने कहा कि वर्ष 1999 चुनाव के समय से देश की बड़ी ताकत सबसे पहले टिकट कटवाने में लग जाती है. पार्टी से टिकट मिलने पर फिर हराने के लिए घेराबंदी और साजिश होती है.हर चुनाव में करोड़ों रुपये चुनाव हराने के लिए क्षेत्र में भेजे जाते हैं. ये शक्तियों पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह सक्रिय रहती हैं. श्री सिन्हा बुधवार को भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि पार्टी के दो पूर्व विधायक देवदयाल कुशवाहा और लोकनाथ महतो जब पार्टी छोड़ रहे थे तो उन्होंने कहा था कि 24 घंटे में भाजपा में आ जायें, वह संन्यास लेने को तैयार हैं. लेकिन दोनों नहीं आये. जब जब केंद्र में भाजपा की सरकार बनने की संभावना बढ़ती है, उनके खिलाफ साजिश होने लगती है. लेकिन इस बार वह सबसे अधिक मतों से जीतेंगे.
रेलवे लाने का कागजी सबूत है : यशवंत सिन्हा ने कहा कि कोडरमा से हजारीबाग -रांची रेलवे लाइन लाने का श्रेय उन्हें है. वर्ष 1991 केंद्र में चंद्रशेखर की सरकार में वह वित्त मंत्री और जालेश्वर मिश्र रेल मंत्री थे. उसी समय रेलवे परियोजना का जिक्र बजट में करवाया था.
इसके बाद कांग्रेस की सरकार बनी और रेल परियोजना ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. दोबारा जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तो वह वित्त मंत्री और नीतीश कुमार रेल मंत्री थे. उस समय रेलवे परियोजना का शिलान्यास करवाया गया और परियोजना का काम शुरू हुआ.
यशवंत सिन्हा ने कहा कि आप पार्टी ने आंदोलन किया. सरकार बना कर चलाये समझ में आ जायेगा. यह सरकार चलनेवाली नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठा श्रेय लेने में आगे है. कांग्रेस पार्टी थेथर गाछ बन गयी है.
365 दिन का हिसाब दिया: यशवंत सिन्हा ने एक जनवरी से 31 दिसंबर 2013 तक का हिसाब दिया. वह140 दिन संसदीय क्षेत्र हजारीबाग में रहे. 63 दिन लोकसभा की कार्रवाई में भाग लिया. 132 दिन विभिन्न कमेटियों में भाग लिया. 30 दिन देश विदेश के कार्यक्रमों में भाग लिया.
पत्रकार सम्मेलन में जिला अध्यक्ष टुन्नू गोप, सुरेंद्र सिन्हा, मनीष जायसवाल, अशोक यादव,अनिल मिश्र,सुमन कुमार पप्पू, शिवशंकर गुप्ता समेत भाजपा नेता उपस्थित थे.