इचाक. ओमान देश के गोबरा शहर में सड़क हादसे में मृत अल्पसंख्यक युवक इशहाक मियां का शव 10 दिन बाद पैतृक गांव दरिया पहुंचा. शव पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और माहौल गमगीन हो गया. इशहाक की मौत 17 जून को सड़क हादसे में हो गयी थी. वहां वह सिल्वर सेल कंपनी में राजमिस्त्री था. इशहाक 17 मई को कर्ज लेकर ओमान गया था.
वह घर का अकेला कमाऊ सदस्य था. उसकी मौत से परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. पत्नी बदरुण निशा पुत्री रुक्शाना, रसीना, पुत्र मो अकरम, मो इस्तियाक का रो-रो कर बुरा हाल है. बुजुर्ग पिता नुर मियां और मां सैबुन निशा फफक कर रोते हुए कहते हैं कि दो जवान बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया. वहीं उनके बुढ़ापे की लाठी भी लूट गयी. लोग रोते बिलखते परिजनों को ढांढ़स देने मे जुटे थे. इशहाक मियां के शव को जुमे की देर रात दरिया कब्रिस्तान में दफना दिया गया. जनाजे में मो मनीरउद्दीन, मो जमशेद अंसारी, मो फकरूद्दीन अंसारी, जयनंदन मेहता, मो नईम समेत दोनोंं समुदाय के सैकड़ों लोग शामिल हुए.