गिद्दी (हजारीबाग) : होसिर मोड़, पुरनाडीह, डाड़ी व मिश्रइनमोढ़ा गांव में सोमवार की रात जंगली हाथियों के झुंड ने उत्पात मचाया. हाथियों ने इन गांवों में कम से कम छह घरों के दरवाजे, खिड़की व दीवार को गिरा दिया. डाड़ी के एक व्यक्ति की चहारदीवारी हाथियों ने गिरा दी. इस दौरान कई लोग बाल-बाल बच गये. पुरनाडीह व डाड़ी गांव में हाथियों ने कई किसानों की फसलें को रौंद दिया और चावल व धान खा गये. हाथियों पर पत्थरबाजी भी की गयी. उन्हें भगाने के लिए गांव के लोगों ने रातभर मशाल और टॉर्च जलाये. हाथियों से बचने के दौरान होसिर के जैनुल अंसारी व डाड़ी के जगन्नाथ महतो कुएं में गिर गये. हालांकि उन्हें मामूली चोट लगी है. गिरने से विजय महतो का पैर टूट गया है. पत्रकार विजय सिन्हा हाथियों की तसवीर लेने के क्रम में घायल हो गये. हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों को काफी आर्थिक नुकसान पहुंचा है.
बाल-बाल बच गये लोग : होसिर मोड़ में हाथियों ने अहले सुबह 3.30 बजे लालमन महतो के होटल का शटर, हीरालाल महतो के घर का मुख्य गेट, वासुदेव महतो के घर की दीवार तथा परमेश्वर महतो के घर की खिड़की तोड़ दी. वासुदेव महतो के घर की दीवार गिरने से उसके बच्चे व पत्नी बाल-बाल बच गये. परमेश्वर महतो के घर से हाथियों ने धान खा गये. बीडीओ सुधीर प्रकाश ने कहा कि हाथियों ने जिन लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, उन्हें मुआवजा वन विभाग से दिलाया जायेगा. इसकी सूचना डीसी व एसडीओ को दे दी गयी है. झामुमो के लखनलाल महतो ने वन विभाग से मुआवजा देने की मांग की है.
हेसालौंग गांव के जंगल में जमे हैं हाथी
हाथियों का झुंड फिलहाल हेसालौंग गांव के जंगल में डेरा जमाये हुए है. जानकारी के अनुसार उरीमारी क्षेत्र से हाथियों का झुंड रात नौ बजे के आस-पास मिश्रइनमोढ़ा गांव पहुंचा. मिश्रइनमोढ़ा गांव में हाथियों ने घनेनाथ मुंडा के घर की दीवार गिरा दी. हाथियों से कुछ लोग बाल-बाल बच गये. इसके बाद हाथियों का झुंड डाड़ी गांव रात 10 बजे के आस-पास पहुंचा. यहां पर हाथियों का झुंड कुछ घंटों तक रहा. इस दौरान हाथियों ने गांव के रामदास महतो के घर की खिड़की तोड़ कर चावल खा गये. डाड़ी गांव में मनीलाल महतो, जगदीश महतो तथा पुरनाडीह के चुरामन महतो, गिरधारी महतो, सुरेंद्र महतो की फसलों को रौंद दिया. डाड़ी गांव के रूपलाल महतो के घर की चहारदीवारी हाथियों ने गिरा दी.