हजारीबाग में शिक्षा बेहाल
हजारीबाग : सरकारी स्कूलों में नामांकन दर घटने व बच्चों के नहीं आने की वजह से जिले के 10 स्कूलों को बंद कर दिया गया है. यहां के शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में पदस्थापित किया गया है.
बंद किये गये स्कूलों में नगरपालिका के सात, कटकमसांडी, इचाक व विष्णुगढ़ के एक-एक स्कूल हैं. जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में इन स्कूलों में 400 से अधिक बच्चे नामांकित थे, जिनमें से काफी बच्चे स्कूल नहीं आ रहे थे.
सुविधाओं का अभाव
जानकार के मुताबिक, सरकारी स्कूलों में बच्चों के नहीं आने की मुख्य वजह समय पर सुविधाएं नहीं है. सरकारी स्कूलों में बच्चों को समय पर नि:शुल्क किताबें नहीं मिलती. मध्याह्न् भोजन मेन्यू के अनुसार नहीं मिलता. बच्चों को किसी तरह खाना खिला कर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है.
साथ ही समय पर छात्रवृत्ति का वितरण नहीं होता है. इस वर्ष से शुरू नि:शुल्क पोशाक विद्यार्थियों को समय पर नहीं मिला है. खबर है कि कई जगहों पर नियम के तहत पोशाक न देकर कम कीमत के कपड़े दिये गये हैं.
योजनाओं का असर नहीं
मध्याह्न् भोजन, किताबें, पोशाक, छात्रवृत्ति समेत कई सुविधाओं के बावजूद सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति घट रही है. राइट टू एजुकेशन (आरटीइ) के बावजूद विगत दो वर्षो में जिले में बहुत ज्यादा फायदा नहीं पहुंचा है.
आरटीइ के तहत बच्चों को स्कूलों में ठहराव पर जोर देना है. अभी वंचित वर्ग के बच्चों को हर हाल में स्कूल से जोड़ने के लिए शिक्षकों को जवाबदेह बनाया गया है.
– मो आरिफ –