हजारीबाग : झारखंड में किसानों की समस्या को लेकर झारखंड विकास किसान मोरचा 31 जुलाई को राजभवन का घेराव करेगा व धरना देगा. घेराव का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री व जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी करेंगे.
धरना के बाद राज्यपाल को किसानों से संबंधित मांग पत्र सौपेंगे. दो अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों पर पुतला दहन एवं चार अगस्त को शिक्षक बहाली को लेकर घेराव कार्यक्रम होगा. इसे लेकर झाविमो किसान मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष शिवलाल महतो ने हजारीबाग स्थित झाविमो कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन किया. उन्होंने कहा कि किसानों को बीज व खाद पर मिलनेवाली सब्सिडी 75 प्रतिशत से घटा कर 50 प्रतिशत कर दिया गया है.
सरकार समय पर किसानों को खाद व बीज उपलब्ध नहीं करा रही है. कम वर्षा होने के कारण राज्य के किसान चिंतित हैं. राज्य के सभी जिलों में रोपनी का प्रतिशत काफी कम रहा है. लेकिन वर्तमान सरकार ने अब तक इस दिशा में कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया है. श्री महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं. कोई वैकल्पिक कदम उठाने में सरकार अब तक विफल है. धरना में सभी जिला के किसान के अलावा झाविमो के प्रदीप यादव समेत सभी नेता शामिल होंगे.
इन मांगों को लेकर होगा धरना : सरकार राज्य में छोटी-छोटी सिंचाई योजना विकसित करे. कृषि को उद्योग का दरजा दिया जाये. वैकल्पिक कृषि की व्यवस्था. किसानों को खाद पर मिलनेवाली सब्सिडी घोषित की जाये. डीजल एवं केरोसिन पर सब्सिडी दी जाये. राज्य के कृषि योग्य भूमि का उद्योग के लिए अधिग्रहण न हो.
प्रखंड स्तर पर शीत भंडारण का निर्माण हो. किसानों को उन्नत खाद एवं बीज नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाये समेत 27 मांगें शामिल है. पत्रकार सम्मेलन में झाविमो नेता योगेंद्र प्रताप सिंह, कृष्ण दास पांडेय, सच्चिदानंद अर्जुन राम, भोला महतो आदि मौजूद थे.