निजी नर्सिग होम में प्रसव के दौरान
नर्सिग होम के संचालक उमेश रविदास ने कहा कि नेमनी देवी के पेट में चार दिन पहले ही बच्च मर गया था
बरही : स्थानीय बाराटांड़ स्थित निजी नर्सिग होम में प्रसव के दौरान गर्भवती महिला नेमनी देवी (25 वर्ष) व उसके शिशु की मौत हो गयी. घटना सोमवार की है. महिला को सुबह करीब नौ बजे उक्त नर्सिग होम में भरती कराया गया था. अपराह्न् करीब तीन बजे उसकी मौत हो गयी. वह ग्राम दुलमुहा के संतोष साव की पत्नी थी. घटना के बाद मृतका के मायके व ससुराल पक्ष के लोगों के बीच कई घंटे तक आरोप-प्रत्यारोप, हो-हल्ला होता रहा. मायकेवालों का कहना था कि प्रसव के लिए सही अस्पताल ले जाने में ससुरालवालों ने कोताही की.
यदि सही जगह ले जाया गया होता तो शायद यह घटना नहीं घटती. इस आरोप-प्रत्यारोप के चलते महिला का शव कई घंटे तक उक्त नर्सिग होम में पड़ा रहा. शाम करीब सात बजे ससुराल वाले शव को उठा कर ले गये. लोगों का कहना है कि नर्सिंग होम के संचालक व मृतक के परिजनों के बीच लेन-देन करके मामले को निबटाया गया. इस नर्सिग होम में प्रसव के दौरान मौत होने की कई घटना पहले भी हुई है. इस मामले को लेकर नेमनी देवी के नैहर अथवा ससुराल वालों ने थाने में कोई मामला दर्ज नहीं कराया है.
क्या कहते हैं नर्सिग होम के संचालक : उक्त नर्सिग होम के संचालक उमेश रविदास का कहना है कि नेमनी देवी के पेट में चार दिन पहले ही बच्च मर गया था. इससे नेमनी के शरीर में जहर फैल गया था. परिजन सोमवार सुबह नौ बजे उसे नर्सिग होम लाये. डॉ वरुण व डॉ चंद्रमोहन ने ऑपरेशन कर मृत बच्चे को पेट से निकाल दिया. मगर महिला को नहीं बचाया जा सका. महिला के शरीर में रक्त की काफी कमी हो गयी थी. लेन-देन कर समझौता करने का आरोप गलत है. नर्सिग होम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से मान्यता प्राप्त है.