इचाक : पावर स्टेशन इचाक इन दिनों बदहाली का दंश ङोल रहा है. पावर सब स्टेशन में 33 हजार के दो ब्रेकर हैं. 11 हजार में सात ब्रेकर. कुल नौ ब्रेकर में पांच खराब है. दो ब्रेकर के जरिये ही पांच फीडर का विद्युत संचालन कंट्रोल होता है.
ठप करना पड़ता है पावर सब स्टेशन : विद्युत पावर सब स्टेशन में पांच फीडर है. खैरा फीडर, कालाद्वार फीडर, झरपो अलौंजा फीडर, तिलरा फीडर एवं इचाक बाजार फीडर. करीब चार सौ वर्ग किमी एरिया में फैले विद्युत कंट्रोल पावर स्टेशन से विद्युत की आपूर्ति होती है. किसी भी फीडर में गड़बड़ी होने पर उसे ठीक करने के लिए पावर स्टेशन का मेन स्विच काटना पड़ता है. क्योंकि पांच ब्रेकर खराब है. खराबी होने वाले क्षेत्र के फीडर तभी ठीक हो पाता है जब 33 हजार में लगे ब्रेकर को काम में लाया जाता है. जिस कारण बिजली आपूर्ति बाधित होती है और विद्युत उपभोक्ताओं को इससे परेशानी उठानी पड़ती है. दो ब्रेकर जो ठीक हालत में है वह भी बराबर खराब होते रहता है.
मेटेरियल की कमी : पावर सब स्टेशन में तार, पोल, एबी स्विच, ट्रांसफारमर, इंसुलेटर, पिन समेत कई आवश्यक सामग्री का अभाव है. जिस कारण छोट-मोटे गड़बड़ी को सुधारा नहीं जा सकता है. सुधार के लिए घंटों बिजली काटी जाती है. पावर स्टेशन में पांच-पांच एमबीए का दो ट्रांसफारमर लगा है. जिससे करीब 30 हजार उपभोक्ताओं को बिजली मिल रही है. ऑपरेटरों का कहना है कि ट्रांसफारमर और दो ब्रेकर भी बराबर खराब होते रहता है. दो-तीन वर्ष तक ही ट्रांसफारमर ठीक-ठाक चलेगा. नया ट्रांसफारमर नहीं लगाया जाता है तो अगले दो वर्षो में पावर सब स्टेशन पर संकट आ सकता है.
17-18 घंटे ही मिलती है बिजली : सहायक अभियंता मो साबीर अंसारी ने बताया कि सिंदूर पावर सब स्टेशन से इचाक पावर स्टेशन को 24 घंटे के बजाय 18-19 घंटे ही बिजली मिलती है. जिस कारण उपभोक्ताओं को 17-18 घंटे ही बिजली मिल पाती है. सुबह छह बजे से आठ बजे तक एवं शाम छह बजे आठ बजे तक ब्रेक डाउन सिंदूर पावर सब स्टेशन से किया जाता है. बाकी बिजली कटौती किसी भी फीडर में खराबी आने के बाद उसे ठीक करने के लिए मेन स्विच बंद करना पड़ता है. जिस कारण बिजली काटी जाती है.
वाहन की कमी : उपभोक्ताओं द्वारा पावर सब स्टेशन में शिकायत करने पर तत्काल बिजली ठीक नहीं हो पाती है. बिजली मिस्त्रियों का कहना है कि पावर सब स्टेशन में सरकारी गाड़ी नहीं है. जिस कारण समय पर क्षेत्र नहीं जा पाता हूं. इसलिए बिजली ठीक करने में विलंब हो जाती है.
वेपर लाइट खराब : विद्युत पावर सब स्टेशन भवन में लगे वेपर लाइट कई महीनों से खराब है. विभाग की उदासीनता के कारण न वेपर लाइट बनाया जा रहा है न ही ब्रेकर बदला जा रहा है.